January 13, 2025
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Fact Check: Amit Shah ने Babasaheb Ambedkar को लेकर क्या विवादित बयान दिया ?

गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान भीमराव अंबेडकर पर एक बयान दिया था, जिसको लेकर विपक्ष अमित शाह पर बाबा साहेब के अपमान का आरोप लगा रहा है। अमित शाह से इस्तीफे की मांग कर रहा है और माफी मांगने पर अड़ा हुआ है।

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Fact Check | Amit Shah | DR BR Ambedkar : गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान भीमराव अंबेडकर पर एक बयान दिया था, जिसको लेकर विपक्ष अमित शाह पर बाबा साहेब के अपमान का आरोप लगा रहा है। अमित शाह से इस्तीफे की मांग कर रहा है और माफी मांगने पर अड़ा हुआ है।

क्या राहुल गांधी ने संसद में की धक्का मुक्की? क्या है मामला ?

अमित शाह के बयान को लेकर गुरुवार को संसद में धक्का- मुक्की भी हुई जिसमें भाजपा के दो सांसद चोटिल भी हो गए और आज शुक्रवार को भी विपक्ष का हंगामा जारी है। संसद के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने विजय चौक से संसद मार्ग तक विरोध प्रदर्शन किया। विपक्ष अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमित शाह ने बाबा साहब अंबेडकर पर ऐसा क्या कहा? विपक्ष जिस 19 सेकंड के बयान पर अमित शाह से इस्तीफे की मांग कर रहा है, उनसे माफी मांगने के लिए कह रहा हैआखिर वह बयान है क्या?

सबसे पहले यह जानते हैं कि अमित शाह ने क्या कहा

अमित शाह ने कहा,” मान्यवर अब यह फैशन हो गया है, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।”

विपक्षी नेता अमित शाह के इस बयान पर उनका वीडियो दिखा रहे हैं और कह रहे हैं कि यदि भारत का संविधान एक ग्रंथ है तो डॉक्टर अंबेडकर उनके भगवान है गृह मंत्री अमित शाह ने उनके भगवान का अपमान किया है।

गृह मंत्री के इस अभियान पर राज्यसभा में काफी हंगामा हुआ। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस पार्टी के सांसदों ने डॉक्टर अंबेडकर की तस्वीरें दिखाकर अमित शाह का इस्तीफा मांगा।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा,

“मनुस्मृति को मानने वालों के लिए अंबेडकर जी से तकलीफ होना स्वाभाविक है।”

अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि,” मरने के बाद पता नहीं स्वर्ग मिलता है कि नहीं मिलता लेकिन आज इस पृथ्वी के ऊपर करोड़ों करोड़ों वंचित आज जिंदा है क्योंकि बाबा साहेब अंबेडकर ने उन्हें संविधान में जीने का और रहने का अधिकार दिया। जिस तरह अमित शाह ने अंबेडकर का अपमान किया करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई है।”

क्या वाकई अमित शाह ने अंबेडकर का अपमान किया है?

क्या गृह मंत्री अमित शाह ने सच में अंबेडकर का अपमान किया है। विपक्ष तो उनके 19 सेकंड के वीडियो को दिखाकर अंबेडकर के अपमान की बात कर रहा है लेकिन उनके पूरे बयान से स्पष्ट हो जाएगा।

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अमित शाह ने कहा,

“मान्यवर यह एक फैशन बन गया है, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। अच्छी बात है।” उन्होंने आगे कहा

“हमें तो आनंद है कि अंबेडकर जी का नाम लेते हैं। अंबेडकर का नाम 100 बार ज्यादा लो परंतु अंबेडकर जी के प्रति आपका भाव क्या है यह मैं बताता हूं। अंबेडकर जी ने देश की पहली कैबिनेट से इस्तीफा क्यों दिया? अंबेडकर जी ने कई बार कहा कि अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के साथ हुए व्यवहार से मैं असंतुष्ट हूं, सरकार की विभेद नीति से मैं असहमत हूं और आर्टिकल 370 से मैं असहमत हूं, इसीलिए वह कैबिनेट छोड़ना चाहते थे। उनको आश्वासन दिया गया था लेकिन आश्वासन पूरा नहीं हुआ। उन्होंने इग्नोरेंस के चलते इस्तीफा दे दिया और जब नेहरू को पत्र लिखा गया कि अंबेडकर और राजा जी मंत्रिमंडल छोड़ेंगे तो क्या होगा तो नेहरू जी ने जवाब में लिखा कि राजा जी के जाने से तो थोड़ा बहुत नुकसान होगा, अंबेडकर के जाने से मंत्रिमंडल कमजोर नहीं होता है।” अमित शाह ने आगे कहा,” जिसका विरोध करते हो उसका वोट लेने के लिए नाम लेना कितना उचित है। क्योंकि अंबेडकर जी को मानने वाले पर्याप्त संख्या में आ गए हैं इसलिए अंबेडकर, अंबेडकर कर रहे हो।”

यह अमित शाह का पूरा बयान है लेकिन विपक्ष इस बयान के शुरू की दो लाइनों को लेकर हंगामा मचा रहा है। अमित शाह के इस पूरे बयान से क्या यह लगता है कि अमित शाह ने अंबेडकर का अपमान किया है।

इस मुद्दे से राजनीतिक लाभ लेना चाहता है विपक्ष

राहुल गांधी लोकसभा चुनाव से यह साबित करने में लगे हैं कि भारत का संविधान खतरे में है और अब अगर राहुल गांधी यह साबित कर देते हैं कि बीजेपी इस संविधान के रचनाकार डॉक्टर अंबेडकर का भी सम्मान नहीं करती तो राहुल गांधी के लिए बहुत बड़ी राजनीतिक जीत होगी। यही कारण है कि बीजेपी आक्रामक होकर सभी मुद्दों का तुरंत जवाब दे रही है।

पीएम मोदी ने किया अमित शाह का बचाव

बीजेपी इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से ले रही है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर 355 शब्दों का एक पोस्ट किया। पीएम मोदी ने X पर एक के बाद एक छह पोस्ट किया। पीएम मोदी ने लिखा कि

“कांग्रेस अब डॉक्टर अंबेडकर पर नाटक कर रही है, पंडित नेहरू ने चुनाव में अंबेडकर के खिलाफ प्रचार किया था, उन्हें भारत रत्न देने से कांग्रेस ने इनकार किया था, दलितों पर सबसे ज्यादा नरसंहार कांग्रेस के शासनकाल में ही हुए।”

पीएम मोदी ने अमित शाह का पूरी तरह बचाव किया। ऐसा पहली बार हुआ है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसी मामले में इतना लंबा पोस्ट लिखा हो।

अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस कर दिया स्पष्टीकरण,

अमित शाह ने भी उसी दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पार्टी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा नेता अश्विन वैष्णव और किरन रिजेजू के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने ऊपर लगाए गए सारे आरोपों का जवाब दिया और देश के सामने अपना स्पष्टीकरण दिया।