घातक कोरोनावायरस भारत में कहर बरपा रहा है, देश में महामारी की दूसरी लहर चल रही है। हर दिन 2 लाख से अधिक मामले सामने आए, और पिछले 12 दिनों में 50,000 मौतों के साथ कुल मृत्यु का आंकड़ा 3.5 लाख को पार कर गया है।
हाल ही में महीने की शुरुआत में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ काफी आरोप भी लगे हैं. इन सबके बीच किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र के नए कृषि कानून अधिनियम का विरोध जारी रखा है।
12 प्रमुख राजनीतिक दल राज्यों द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “हम ऐतिहासिक, शांतिपूर्ण किसान संघर्ष के छह महीने पूरे होने के सम्मान में 26 मई को राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की हमारी मांग का समर्थन करते हैं।” हुह।”
दिए गए समर्थन पर सोनिया गांधी (congress), पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा (JD-S), पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (TMC), महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Shivsena), तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन(DMK) ,झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (JMM), शरद पवार (NCP), फारूक अब्दुल्ला (JKPA), अखी (CPM) ने हस्ताक्षर किया