World Youth Skills Day 2023 :विश्व युवा कौशल दिवस का महत्त्व एवं उद्देश्य
prashant July 13, 2023विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day)विश्व भर में युवाओं की बेरोजगारी की चुनौतियों को कम करने के लिए और उन्हें हुनरमंद बनाने के प्रति जागरूकता फैलाने की मांग को देखते हुए अस्तित्व में आया। विश्व युवा कौशल दिवस मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 नवंबर 2014 को श्रीलंका की पहल पर की गई थी। 15 जुलाई को पहला विश्व युवा कौशल दिवस मनाया गया। तब से लेकर आज तक प्रत्येक वर्ष 15 जुलाई को यह दिन मनाया जाता है। इस दिन युवा कौशल को लेकर जगह-जगह कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इस दिन युवाओं के कौशल विकास में निवेश करने के लिए जागरूक किया जाता है।
प्रत्येक वर्ष 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया जाता है। कहते हैं जिस देश में युवा मजबूत स्थिति में नहीं होते अथवा कमजोर होते हैं उस देश का भविष्य अंधकारमय होता है। अतः युवाओं की बेरोजगारी की चुनौतियों को दूर करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया जाता है।
आज भी भारत समेत कई ऐसे देश है जहां बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार हैं। कई देशों में आज भी युवाओं के पास रोजगार और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं है। इसके अतिरिक्त ऐसे युवाओं की संख्या भी अधिक है जिन्हें अपनी योग्यता अथवा हुनर के हिसाब से रोजगार या नौकरी नहीं उपलब्ध हो पाती। ऐसे युवा योग्य होते हुए भी कम वेतन पर कार्य करने को विवश होते हैं। विश्व कौशल दिवस का उद्देश्य युवाओं को रोजगार, काम और उद्यम के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है। बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा आज एक वैश्विक समस्या बन गए हैं। ऐसे में उन्हें कौशल प्रदान करना और उनकी क्षमता के विकास के लिए जन जागरूकता अत्यंत आवश्यक है।
विश्व युवा कौशल दिवस का इतिहास (History of World Youth Skills Day)
विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day)विश्व भर में युवाओं की बेरोजगारी की चुनौतियों को कम करने के लिए और उन्हें हुनरमंद बनाने के प्रति जागरूकता फैलाने की मांग को देखते हुए अस्तित्व में आया। विश्व युवा कौशल दिवस मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 नवंबर 2014 को श्रीलंका की पहल पर की गई थी। 15 जुलाई को पहला विश्व युवा कौशल दिवस मनाया गया। तब से लेकर आज तक प्रत्येक वर्ष 15 जुलाई को यह दिन मनाया जाता है। इस दिन युवा कौशल को लेकर जगह-जगह कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इस दिन युवाओं के कौशल विकास में निवेश करने के लिए जागरूक किया जाता है।
आज की तेजी से बदलती दुनिया में कौशल और विशेषज्ञता को बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ आपको अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ के रूप में पहचान नहीं दिलाता अपितु इसके कई और लाभ भी हैं। जिससे अपने ज्ञान को बेहतर बनाएं रखना तथा वर्तमान से जोड़ने में सक्षम होने से आपके आत्मविश्वास रोजगार की संभावनाओं स्वास्थ्य और आय पर सकारात्मक प्रभाव पड़े।
क्या है कौशल विकास (What is Skill Development)?
कौशल विकास में कौशल प्राप्त करने की प्रक्रिया है जो जीवन भर चलती है। यह प्रक्रिया औपचारिक या अनौपचारिक हो सकती है। कौशल विकास आज की बदलती दुनिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज के समय में परिवर्तन इतनी तीव्रता से हो रहा है कि लोगों को नौकरी, बाजार में प्रतिस्पर्धा करने और जीवन में सफल होने के लिए अधिक कौशल की आवश्यकता होती है।
कौशल विकास क्यों महत्वपूर्ण है(Why is Skill Development Important)?
- आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता के लिए कौशल विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है। कौशल विकास रोजगार के अवसर प्रदान करता है। जिनके पास कौशल है। वह अपने लिए पसंदीदा नौकरी या अपना खुद का व्यवसाय सरलता से शुरू कर सकते हैं।
- कौशल विकास से लोग अपनी नौकरी पर लंबे समय तक बने रह सकते हैं क्योंकि जो कंपनियां कौशल में निवेश करती है वह अपने कर्मचारियों को लंबे समय तक रख सकती हैं।
- कौशल विकास की मदद से युवा मौजूदा कौशल में सुधार करके या नए कौशल को सीख कर अच्छी नौकरी पा सकते हैं। इसके अंतर्गत समस्या समाधान करने की कुशलताये, तेजी से पढ़ना, बेहतर निर्णय लेना आदि शामिल है। इस प्रकार कौशल विकास करने से कोई भी युवा अधिक मूल्यवान कर्मचारी बन जाते हैं। अपने कौशल का विकास करके अपने कद को आप कंपनी में बढ़ा सकते हैं, जिससे नियोक्ता हमारे मूल्य को पहचान कर वेतनवृद्धि करते हैं जिससे एक उच्च कौशल के कर्मचारी किसी अन्य कंपनी के हाथ में ना चले जाएं।
- कौशल विकास उन लोगों को सक्षम बनाता है जो सीखने में अक्षम होते हैं। कुशल लोग रोजमर्रा के जीवन में अधिक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर हो सकते हैं। उनके पास रोजगार पाने का बेहतर अवसर होता है।
- कौशल विकास से कर्मचारी उत्पादकता और दक्षता में सुधार होता है। एक कुशल कर्मचारी कम समय में अधिक कार्य कर सकता है। इस प्रकार एक कुशलयुक्त कर्मचारी एक कुशल कर्मचारी की तुलना में अधिक उत्पादक हो सकता है।
विद्यार्थियों में कौशल विकास का महत्व (Significance of Skill Development in Students)
यदि आप एक छात्र हैं तो भी आपको अपने शैक्षणिक क्षेत्र में कौशल विकास की प्रासंगिकता जानना महत्वपूर्ण है। आपको एक पेशेवर के रूप में विकसित होने और अपने करियर में सफल होने में मदद करने के लिए कई कौशल हैं। विद्यार्थियों को अपने कौशल को विकसित करना चाहिए जिससे ज्ञान या प्रतिभा के अभाव में छात्रों के कैरियर के विकास में रुकावट ना आए। कौशल विकास छात्रों के लिए अपने ज्ञान को बढ़ाने और विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता हासिल करने का एक अत्यंत उपयोगी तरीका है।
कौशल विकास के क्या है लाभ(What is the Advantage of Skill Development )
- कौशल को अपडेट करने या बदले जाने पर नौकरी बदलने की क्षमता बढ़ जाती है। नए कौशल सीखने से आपका को बेहतर नौकरी पाने, नौकरी बदलने और पदोन्नति या वेतन वृद्धि पाने में मदद मिल सकती है।
- नएकौशल सीखने से एक कर्मचारी का बाजार मूल्य अधिक बढ़ जाता है। क्योंकि उसके पास जितना अधिक ज्ञान होगा नौकरी के साथ-साथ वेतन वृद्धि की संभावना भी बेहतर होगी।
- अपने कौशल के साथ में कौशल सीखना इसलिए भी लाभदायक है क्योंकि आज की तकनीक में तीव्रता से परिवर्तन हो रहा है। ऐसे में उद्योग में नवीनतम रुझानों के शीर्ष पर बने रहना और उन्नति के लिए नए कौशल की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- नए कौशल सीखने से व्यक्तिगत आत्मविश्वास बढ़ता है। व्यक्ति के व्यक्तित्व विकास के लिए उपलब्धि की भावना सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। जब आप कुछ नया हासिल करते हैं तो आपको खुद पर और अपनी क्षमताओं पर आत्मविश्वास बढ़ जाता है। यह आत्मविश्वास भविष्य में सफलता के लिए प्रेरित करता है।
आज के औद्योगिक परिदृश्य में प्रासंगिक कौशल क्या है?
आज के बदलते औद्योगिक परिदृश्य में निम्नलिखित प्रोफाइल प्रमुख है-
- सॉफ्ट कौशल परीक्षण
- कोडिंग और सॉफ्टवेयर
- एन्हांसमेंट
- नेटवर्किंग विकास
- एल्गोरिदम डिजाइनर
- यूआई डिजाइनर
- सॉफ्टवेयर कंप्यूटिंग
- ऑनलाइन फ्रेमवर्क
- डेटा विज्ञान
- विश्लेषक
- जनसंपर्क
- वीडियो उत्पादन
- ऑडियो प्रोडक्शन
- डिजिटल मार्केटिंग और एस ई ओ
- Copywriting
- ब्लॉकचेन
- ए आर /वीआर
- साइबर सुरक्षा
- यंत्र अधिगम
- वित्तीय प्रबंधन
- कला, डिजाइन और फोटोग्राफी
- खेल/ फिटनेस/ कोच/ पोषण विशेषज्ञ
- प्रबंधन परामर्श
उपरोक्त सूची से स्पष्ट है कि आज बाजार में कई कौशलो की मांग है। यह व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वे अपने विकास के लिए कौशल विकास के महत्व को कैसे ग्रहण करता है।
भारत में कौशल विकास योजना की शुरुआत कब हुई थी
भारत में कौशल विकास योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सर्वप्रथम 15 जुलाई 2015 को, प्रथम विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर की गई थी। सरकार की तरफ से इस योजना के तहत देश के युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में नि:शुल्क औद्योगिक प्रशिक्षण दिया जाता है। जिससे वे रोजगार प्राप्त करने में सक्षम हो सके। इस योजना के तहत 14 से 35 वर्ष के युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रशिक्षण को प्राप्त करने के लिए 3 महीने, 6 महीने और 1 वर्ष के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जाता है। कोर्स पूरा होने पर सरकार की तरफ से एक प्रमाण पत्र दिया जाता है। यह प्रमाण पत्र पूरे देश में मान्य होता है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना(PMKVY )के तहत प्रशिक्षण प्राप्त युवा इस प्रमाण पत्र को प्राप्त करने के पश्चात अपने कौशल के आधार पर देश भर में कहीं भी आसानी से रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
पूर्व शिक्षण मान्यता (RPL) कार्यक्रम
इस कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2015 में व्यक्तियों द्वारा अधिग्रहित पूर्व कौशल को मान्यता प्रदान करने के लिए की गई थी। इसके तहत एक व्यक्ति का मूल्यांकन कौशल के एक निश्चित सेट के साथ या पूर्व शिक्षण अनुभव के आधार पर किया जाता है और उस व्यक्ति को ‘ राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क’ (NSQF )के अनुसार ग्रेड के साथ प्रमाणित किया जाता है। यह योजना प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के प्रमुख घटकों में से एक है।
औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (ITI)
वर्ष 1950 में संकल्पित औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र आईटीआई का उद्देश्य भारत में मौजूदा पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार और आधुनिकीकरण करना है।
कौशल प्रबंधन और प्रशिक्षण केंद्र प्रत्यायन (SMART)
यह देश के कौशल पारिस्थितिकी तंत्र में प्रशिक्षण केंद्रों के प्रत्ययन, ग्रेडिंग, संबद्धता और निरंतर निगरानी पर केंद्रित एक एकल विंडो आईटी एप्लीकेशन प्रदान करता है।
राष्ट्रीय करियर सेवा (NCS) परियोजना
राष्ट्रीय करियर सेवा परियोजना के तहत वर्ष 2015 में रोजगार चाहने वाले पंजीकृत उम्मीदवारों के लिए मुफ्त ऑनलाइन करियर कौशल प्रशिक्षण की शुरुआत की गई।
आजीविका संवर्धन हेतु कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता (SANKALP योजना)
कौशल विकास में कौशल प्राप्त करने की प्रक्रिया है जो जीवन भर चलती है। यह प्रक्रिया औपचारिक या अनौपचारिक हो सकती है। कौशल विकास आज की बदलती दुनिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज के समय में परिवर्तन इतनी तीव्रता से हो रहा है कि लोगों को नौकरी, बाजार में प्रतिस्पर्धा करने और जीवन में सफल होने के लिए अधिक कौशल की आवश्यकता होती है।
प्रधानमंत्री युवा योजना( युवा उद्यमिता विकास अभियान)
इस कार्यक्रम की शुरुआत 2016 में की गई थी। इसका उद्देश्य उद्यमिता शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से उद्यमिता विकास के लिए सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र बनाना, उद्यमशीलता नेटवर्क की वकालत करना तथा आसान पहुंच सुनिश्चित करना एवं समावेशी विकास के लिए सामाजिक उद्यमों को बढ़ावा देना है।
औद्योगिक मूल्य संवर्धन के लिए कौशल सुदृढ़ीकरण (STRIVE)
यह योजना आईटीआई और शिक्षा के माध्यम से प्रदान किए जाने वाले कौशल प्रशिक्षण की प्रासंगिकता एवं दक्षता में सुधार लाने के उद्देश्य से विश्व बैंक की सहायता प्राप्त भारत सरकार की परियोजना है।
स्कीम फॉर हायर एजुकेशन यूथ इन अप्रेंटिसशिप एंड स्किल्स (Shreyas )
इस योजना की शुरुआत राष्ट्रीय शिक्षा प्रोत्साहन योजना के माध्यम से वर्ष 2019 सत्र के सामान्य स्नातकों को उद्योग शिक्षक का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी।
जनजातीय समुदायों के लिए विशेष कार्यक्रम
गोल कार्यक्रम(Going Online As Leader_GOAL)
इस कार्यक्रम को इस प्रकार डिजाइन किया गया है जिससे आदिवासी युवाओं और महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों जैसे- बागवानी, खाद्य प्रसंस्करण, मधुमक्खी पालन, आदिवासी कला एवं संस्कृति आदि में डिजिटल कौशल और व प्रौद्योगिकी के माध्यम से दीर्घकालिक स्तर पर ज्ञान प्राप्त हो सके।
‘ वन धन योजना’ भी आदिवासी समाज को नए अवसरों में प्रभावी ढंग से जोड़ती है।
विश्व युवा कौशल दिवस का महत्व (Significance of World Youth Skills Day)
विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day)युवाओं को विभिन्न अवसर प्रदान करता है जिससे वे विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा आयोजित कौशल विकास कार्यक्रमों में भाग लेकर अपने कौशल को बेहतर बना सकते हैं। युवाओं को रोजगार, अच्छे कार्य और उद्यमिता के लिए कौशल से परिपूर्ण करने के लिए विश्व युवा कौशल दिवस(World Youth Skills Day)महत्वपूर्ण है। विश्व युवा कौशल दिवस युवाओं को तकनीकी और व्यवसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण अभ्यर्थियों नामांकितो और श्रमिक छात्रों, फर्मों विकास सहायकों और नीति अभ्यर्थियों के बीच एक मार्ग भी प्रदान करता है।
विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य(Objective of World Youth Skills Day)
विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य विश्व के युवाओं को रोजगार काम और उद्यमिता के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है। यह दृष्टिकोण सतत विकास लक्ष्य द्वारा पूरी तरह धारण कर लिया गया है। जिसका उद्देश्य समावेशी और समान गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करना तथा सभी के लिए आजीवन अवसरों को बढ़ावा देना एवं लैंगिक असमानता को दूर करना है।
विश्व युवा कौशल दिवस 2023 की थीम (Theme of World Youth Skills Day)
विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day)युवाओं को विभिन्न अवसर प्रदान करता है जिससे वे विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा आयोजित कौशल विकास कार्यक्रमों में भाग लेकर अपने कौशल को बेहतर बना सकते हैं। युवाओं को रोजगार, अच्छे कार्य और उद्यमिता के लिए कौशल से परिपूर्ण करने के लिए विश्व युवा कौशल दिवस(World Youth Skills Day)महत्वपूर्ण है। विश्व युवा कौशल दिवस युवाओं को तकनीकी और व्यवसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण अभ्यर्थियों नामांकितो और श्रमिक छात्रों, फर्मों विकास सहायकों और नीति अभ्यर्थियों के बीच एक मार्ग भी प्रदान करता है।
विश्व युवा कौशल दिवस का महत्व (Significance of World Youth Skills Day)
विश्व युवा कौशल दिवस 2030 की थीम है –
“परिवर्तनकारी भविष्य के लिए शिक्षकों, प्रशिक्षकों और युवाओं को कुशल बनाना।”
(Skilling Teachers, Trainers and Youth for a Transformative Future).
यह विषय उस आवश्यक भूमिका पर प्रकाश डालता है जो शिक्षक, प्रशिक्षक और अन्य शिक्षक, युवाओं को श्रम बाजार में स्थानांतरित होने और अपने समुदायों और समाज में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए कौशल प्रदान करने में निभाते हैं।