CM Yogi Vs Keshav Prasad Maurya: क्या यूपी बीजेपी में सब ठीक है? क्या सीएम योगी और केशव प्रसाद मौर्य के बीच मतभेद हैं?
रविवार को यूपी बीजेपी की बैठक हुई। इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयानों में काफी विरोधाभास दिखा। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार संगठन से बड़ी नहीं हो सकती। उन्होंने इस बात पर जोर देने के लिए बार-बार ये बात दोहराई। यह संकेत बीजेपी के लिए अच्छे नहीं हैं।
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा नतीजे मन मुताबिक ना आने के लिए अति आत्मविश्वास को सबसे बड़ा कारण बताया।
CM Yogi Vs Keshav Prasad Maurya: भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव में बड़ा झटका लगा है। जिसको लेकर समीक्षा का दौर जारी है। इस बीच ऐसे बयान आ रहे हैं जिससे लग रहा है कि यूपी बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं है। लोकसभा चुनाव नतीजे को लेकर एक दूसरे पर ठीकारा फोड़ा जा रहा है।
क्या खतरे में है सीएम योगी की कुर्सी, क्या अरविंद केजरीवाल की भविष्यवाणी सच साबित होगी ?
रविवार को यूपी बीजेपी की बैठक हुई। इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयानों में काफी विरोधाभास दिखा। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार संगठन से बड़ी नहीं हो सकती। उन्होंने इस बात पर जोर देने के लिए बार-बार ये बात दोहराई। यह संकेत बीजेपी के लिए अच्छे नहीं हैं।
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा नतीजे मन मुताबिक ना आने के लिए अति आत्मविश्वास को सबसे बड़ा कारण बताया।
यूपी में 10 सीटों पर विधानसभा का चुनाव होना है। इस बीच भाजपा में संगठन में कई चेहरे बदलने की बात भी होने लगी है और नए चेहरों को संगठन में मौका देने की बात हो रही है।
कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ अहम बैठक की जिसका मुख्य मुद्दा था सरकार और संगठन के बीच आपसी सामंजस्य बैठना। दिल्ली में हुई इस बैठक में जेपी नड्डा और केशव प्रसाद मौर्य के साथ लगभग 1 घंटे बाद हुई। बाद में पार्टी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से भी जेपी नड्डा ने अलग से मुलाकात की। केशव प्रसाद ने सरकार से कार्यकर्ताओं को सहयोग न मिलने की बात उठाई। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कार्यकर्ताओं को सहयोग न मिलने से लोकसभा चुनाव नतीजे पर प्रभाव पड़ने की बात भी कही है।
Chaturmas: जानिए चातुर्मास क्या है एवं हिंदू धर्म में इसका महत्व क्या है ?
अब सवाल यह उठता है कि क्या उत्तर प्रदेश भाजपा में सब ठीक है? क्या सीएम योगी और केशव प्रसाद मौर्य के बीच कोई मतभेद नहीं? बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व आगे क्या करने वाला है?