September 11, 2024
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UP Government News: Yogi Cabinet का बड़ा फैसला, 24 साल बाद संस्कृत स्कूल व कॉलेजों की बढ़ाई गई छात्रवृत्ति

Yogi Cabinet की मंगलवार को हुई बैठक में 14 प्रस्ताव में से 13 प्रस्तावों को मंत्रिमंडल से अनुमोदन प्राप्त हो गया है। इन 13 प्रस्तावों में से एक प्रस्ताव संस्कृत स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति में वृद्धि से संबंधित था। जिस पर मंत्रिमंडल ने मुहर लगा दी

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UP Government News: Yogi Cabinet की मंगलवार को हुई बैठक में 14 प्रस्ताव में से 13 प्रस्तावों को मंत्रिमंडल से अनुमोदन प्राप्त हो गया है। इन 13 प्रस्तावों में से एक प्रस्ताव संस्कृत स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति में वृद्धि से संबंधित था। जिस पर मंत्रिमंडल ने मुहर लगा दी है।

CM Yogi Adityanath की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में प्रदेश के संस्कृत स्कूलों और कॉलेजों के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति में वृद्धि करने का बड़ा फैसला 24 साल बाद लिया गया। कैबिनेट ने वर्ष 2001 से लागू वर्तमान छात्रवृत्ति दरों में वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दी।

कक्षा 6 और 7 के छात्रों को भी मिलेगी छात्रवृत्ति

माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने बताया कि मंत्रिमंडल ने उनके विभाग से संबंधित इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को मंजूरी दी है ।इसके तहत प्रथम (कक्षा 6 एवं 7) के लिए 50 रुपए प्रतिमाह और मध्यमा (कक्षा 8) के लिए 75 रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति निर्धारित की गई है। पूर्व मध्यमा (कक्षा 9 और 10) के लिए 100 रुपए उत्तर मध्यमा (11 और 12) के लिए 150 रूपए शास्त्री के लिए 200 रुपए एवं आचार्य के लिए 250 रुपए प्रतिमाह की दर से छात्रवृत्ति दिए जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।

प्रत्येक आय वर्ग के छात्रों को मिलेगा इसका लाभ

माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि पहले 6 और 7 के बच्चों को छात्रवृत्ति देने की कोई व्यवस्था नहीं थी। लेकिन संस्कृत विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने वाले ज्यादातर छात्र और छात्राएं गरीब परिवार की पृष्ठभूमि से होते हैं। अतः कक्षा 6 और 7 और 8 को भी छात्रवृत्ति देने की व्यवस्था की गई है। पहले 50,000 रुपए वार्षिक आय वालों को ही छात्रवृत्ति दी जाती थी लेकिन अब इस मानदंड को हटा लिया गया है। अब किसी भी आय वर्ग के लोग छात्रवृत्ति का लाभ ले सकते हैं। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि 517 संस्कृत विद्यालय हैं जहां विद्यार्थी इस योजना का लाभ ले सकेंगे।