लाल किले से PM Modi के संबोधन की 10 बड़ी बातें, सेकुलर कोड, रिफॉर्म, महिला अत्याचार और….
Independence Day 2024: लाल किले से PM Modi के संबोधन की 10 बड़ी बातें
धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराया और देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में महिला अत्याचार, भ्रष्टाचार, सेकुलर कोड, रिफॉर्म, मेडिकल एजुकेशन, सर्जिकल स्ट्राइक, प्राकृतिक आपदा से लेकर नई शिक्षा नीति का भी जिक्र किया। आइए जानते हैं प्रधानमंत्री के संबोधन की 10 बड़ी बातें
हर देशवासी भ्रष्टाचार के दीमक से परेशान
पीएम मोदी ने भाषण के दौरान कई बार मेरे परिवारजन बोलते हुए परिवारवादियों को भी लपेट लिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण को लेकर विरोधी दलों पर जमकर निशाना साधा।उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के दीमक से प्रत्येक देशवासी परेशान है। लेकिन मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को लड़ता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे देश में कुछ लोग ऐसे भी निकल रहे हैं जो कि भ्रष्टाचार का महिमा मंडन कर रहे हैं। भ्रष्टाचारियों से दूरी बनाना सही होता है। उनका महिमा मंडन नहीं करना चाहिए। हम बदनियत वालों को नेक नीयत से जीतेंगे। मोदी ने साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
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वैश्विक समुदाय को दिया संदेश
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि मैं विश्व समुदाय को याद दिलाता हूं कि आप भारत के संस्कारों को समझिए। भारत ने समृद्ध होने के बाद भी दुनिया को युद्ध नहीं दिया। यह भारत के संस्कार हैं। भारत के संस्कारों और भारत के हजारों साल के इतिहास को समझइए। इस भूमि में विश्व कल्याण का सामर्थ्य है। पीएम मोदी ने बांग्लादेश में अशांति और हिंसा के कारण हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि मुझे उम्मीद है कि कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।
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2047 तक विकसित भारत के संकल्प को दोहराया
पीएम मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि यदि 40 करोड लोग आजादी के सपने को पूरा कर सकते हैं तो 140 करोड़ देशवासी विकसित भारत के सपने को साकार कर सकते हैं। 2047 विकसित भारत की प्रतीक्षा कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि देश तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनेगा। मैं तीन गुना गति से काम करूंगा। मेरा हर पल, हर क्षण देश के लिए है। मेरा कण – कण सिर्फ मां भारती के लिए है।
पीएम मोदी ने परिवारवाद पर बोला हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन की शुरुआत परिवारजन से करते-करते परिवारवादियों को भी लपेट लिया। उन्होंने कहा कि परिवारवाद ने देश को जकड़ कर रखा है। इसका मूल मंत्र है “ऑफ द फैमिली, बाई द फैमिली और फॉर द फैमिली” परिवारवाद और तुष्टीकरण देश के मूलभूत चिंतन को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हम इसके खिलाफ दृढ़ता के साथ लड़ना जारी रखेंगे।
श्री अन्ना को हर थाली तक पहुंचाने का लक्ष्य
पीएम मोदी ने कहा कि 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के लिए करोड़ों लोगों ने अनगिनत सुझाव दिए हैं। उनके सुझाव में मोटे अनाज को दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर पहुंचना भी शामिल है।सरकार में रिफॉर्म को कई लोगों ने आवश्यक बताया है, किसी ने शासन प्रशासन में कैपेसिटी बिल्डिंग का अभियान चलाने का सुझाव दिया। किसी ने पारंपरिक औषधीय का सुझाव दिया। लोग कहते हैं कि भारत जल्द से जल्द तीसरी महाशक्ति बनना चाहिए। देशवासियों के इन संकल्पों को देखकर हमारा आत्मविश्वास नहीं ऊंचाई पर पहुंच जाता है।
सर्जिकल स्ट्राइक का भी किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह वही देश है जहां आततायी आतंकी आकर हमें मार कर चले जाते थे। आज देश की सेना सर्जिकल स्ट्राइक करती है। सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।
प्राथमिक आवश्यकताओं को पूरा करने का परिणाम मिला
पीएम मोदी ने लाल किले से कहा कि जब ढाई करोड़ घरों में बिजली पहुंच जाती है तो सामान्य मानवी का भरोसा बढ़ जाता है। 3 करोड़ परिवार ऐसे हैं जिन्हें नल से जल मिलता है। जल जीवन मिशन के तहत 18 करोड़ परिवारों तक पानी पहुंच रहा है। दलित, पीड़ित, आदिवासी, गरीब भाई-बहन इन चीजों के अभाव में जी रहे थे। हमने प्राथमिक आवश्यकताओं को पूरा करने का जो प्रयास किया है उसका परिणाम मिला है। आज वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट का माहौल बना है। हमने लोकल फॉर वोकल का मंत्र दिया। भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने, ग्लोबल वार्मिंग की चिंता किए बगैर हमने काम किया है।
देश में स्टेटस की मानसिकता को तोड़ा
पीएम मोदी ने कहा कि देश में स्टेटस का माहौल बन गया था। जो है उसी में गुजारा कर लो, हमने इस मानसिकता को तोड़ा। देश का आम नागरिक बदलाव चाहता था, उसकी ललक थी, उसके सपनों को किसी ने तरजीह नहीं दी।वह रिफॉर्म का इंतजार करता। हमने बड़े रिफॉर्म जमीन पर उतारे।उन्होंने कहा कि जब राजनीतिक नेतृत्व में संकल्प हो, आत्मविश्वास हो तो सरकारी मशीनरी इसे पूरा करने में जुट जाती है।
प्राकृतिक आपदा को लेकर संवेदना व्यक्त की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अनेक लोगों ने प्राकृतिक आपदा के कारण परिवारजन खोए हैं। देश का नुकसान हुआ है। उन्होंने प्राकृतिक आपदा से पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि इस संकट की घड़ी में देश उनके साथ खड़ा है।
सेकुलर सिविल कोड का किया जिक्र
लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने सेकुलर सिविल कोड को देश की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि बांटने वाले कानून को समाज से दूर किया जाना चाहिए। देश में UCC लाना आवश्यक है। पीएम मोदी ने कहा जो कानून धर्म के आधार पर बनते हैं, ऊंच – नीच का कारण बन जाता है।ऐसे कानून का आधुनिक समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता है। अब देश की मांग है कि देश में सेक्युलर सिविल कोड हो।
राज्य सरकारों को दिया संदेश
पीएम मोदी ने अपने भाषण में महिला सुरक्षा पर भी बात की। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में तरक्की कर रही हैं लेकिन जब उन पर अत्याचार होता है तो पीड़ा होती है। राज्य सरकारों से, शासन से अपील करता हूं कि वह ऐसे उदाहरण पेश करें कि कोई किसी महिला के साथ ऐसा करने की हिमाकत नहीं कर सके।
“मैं लाल किले से एक पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं। हमारी माताओं,बहनों, बेटियों पर अत्याचार हो रहे हैं। उसके प्रति देश का आक्रोश है, जन सामान्य का आक्रोश है। इस आक्रोश को मैं महसूस कर रहा हूं, मुझे लगता है कि अब ऐसे कृत्यों के प्रति डर पैदा करना जरूरी हो गया है।”