PM Modi-Xi meet: 5 वर्ष बाद मोदी और शी जिनपिंग के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता, सीमा पर शांति स्थिरता पर जोर
PM Modi-Xi meet: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर कजान में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की
बुधवार को पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। दोनों ही नेताओं ने LAC विवाद को जल्द निपटाने, आपसी सहयोग और विश्वास को बनाए रखने पर जोर दिया। इस द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ‘ सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता रहनी चाहिए।’
50 मिनट तक चली वार्ता
पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच 50 मिनट तक द्विपक्षीय वार्ता चली, जिसमें मोदी और जिनपिंग ने आपसी सम्मान से ‘शांतिपूर्ण और स्थिर’ संबंध बनाने पर सहमति जताई।
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पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा
“भारत- चीन संबंध हमारे नागरिकों, क्षेत्रीय और वैश्विक शांति स्थिरता के लिए अहम हैं। परस्पर विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता द्विपक्षीय संबंधों को राह दिखाएंगे। वहीं चीन की सरकारी एजेंसी ने द्विपक्षीय वार्ता के बाद राष्ट्रपति शी जिनपिंग का बयान जारी किया। जिनपिंग ने कहा,
“चीन और भारत को एक दूसरे के प्रति अच्छी धारणा रखनी चाहिए। पड़ोसी होने के नाते सद्भाव से रहने के लिए सही रास्ता खोजने पर मिलकर काम करना जरूरी है…. दोनों देश एक दूसरे के लिए खतरे के बजाय विकास के अवसर है और प्रतिस्पर्धी की जगह सहयोगी देश है। विकास अब चीन और भारत का सबसे बड़ा साझा लक्ष्य है। हमें अपने हम पक्ष को कायम रखना चाहिए।”
द्विपक्षीय वार्ता में इन मुद्दों पर जोर
पीएम मोदी और शी जिनपिंग की द्विपक्षीय वार्ता के दौरान कुछ प्रमुख मुद्दों पर जोर दिया गया-
- दोनों शीर्ष नेताओं ने बीते दिनों हुए एलएसी पर गस्त समझौते का समर्थन किया।
- दोनों देश परिपक्वता और आपसी सम्मान से शांतिपूर्ण स्थिर संबंध बना सकते हैं।
- सीमा विवाद को जल्द निपटाने व आपसी सहयोग और विश्वास को बनाए रखने पर जोर।
- मतभेदों और विवादों से सही तरीके से निपटने और इन्हें शांति व स्थिरता भंग करने की अनुमति नहीं देने पर जोर।
भारत चीन के बीच एलएसी पर गस्त और शेष स्थानों पर सेनाओं के पीछे हटने को लेकर हुए समझौते के बाद अब शीर्ष नेताओं की बैठक से तनाव खत्म होने का रास्ता साफ हो गया है।