November 22, 2024
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आतंकी कसाब समेत 37 आरोपियों को फांसी दिला चुके कौन है उज्जवल निकम? जिन्हे बीजेपी ने पूनम महाजन की जगह बनाया उम्मीदवार

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भारतीय जनता पार्टी ने मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट से देश के मशहूर वकील उज्ज्वल निकम को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में पूनम महाजन का टिकट काटकर उज्जवल निकम को टिकट दिया गया है। उज्जवल निकम देश के मशहूर वकीलों में से एक है। वह कई हाई प्रोफाइल मामलों में सरकारी पक्ष की पैरवी कर चुके हैं। आतंकी कसाब को फांसी भी उज्जवल निकम ने हीं दिलवाई थी। इसके अलावा 1993 के बम धमाकों, प्रमोद महाजन हत्याकांड और गुलशन कुमार हत्याकांड जैसे मामलों में भी उज्जवल निकम सरकारी वकील के तौर पर पैरवी कर चुके हैं। मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट पर उज्जवल निकम का सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार वर्षा गायकवाड़ से है।

पूनम महाजन भाजपा के दिग्गज नेता रह चुके प्रमोद महाजन की बेटी हैं वह भारतीय जनता युवा मोर्चा की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। पूनम 2014 और 2019 में इस सीट से जीत दर्ज कर चुकी हैं लेकिन 2024 में उनका टिकट काटकर उज्जवल निकम को टिकट दिया गया है। आखिर कौन है उज्जवल निकम? जिस पर भरोसा जताते हुए बीजेपी ने दो बार से यहां की सांसद पूनम महाजन का टिकट काट दिया है। आईए जानते हैं –

30 मार्च 1953 को महाराष्ट्र के जलगांव में वकील देवराम माधवराव निकम और प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी विमला देवी के घर जन्मे उज्जवल निकम विज्ञान में स्नातक हैं। उन्होंने जलगांव के एसएस मनियार लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री प्राप्त की। उज्जवल निकम ने 1991 में कल्याण बम विस्फोट के लिए रविंदर सिंह को दोषी ठहराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। निकम के करियर में उस समय महत्वपूर्ण मोड़ आया जब 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट मामले में सरकारी वकील बने। 10 साल से अधिक समय के बाद इस मामले में 100 आरोपियों को दोषी करार दिया गया। वहीं 23 लोगों को मामले में बरी कर दिया गया।

आतंकी कसाब को फांसी दिलवाने को लेकर हुए मशहूर

उज्जवल निकम के करियर का सबसे महत्वपूर्ण केस था 26/11 मुंबई बम ब्लास्ट। उन्होंने 26/11 आतंकवादी हमले में एकमात्र गिरफ्तार आतंकी अजमल कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया।

कई सनसनीखेज मामलों में सरकार का किया प्रतिनिधित्व

उज्ज्वल निकम ने देश के कई सनसनीके मामले में महाराष्ट्र सरकार का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें गुलशन कुमार हत्याकांड और शक्ति मिल्स सामूहिक बलात्कार सहित अन्य मामले शामिल हैं।

उज्जवल निकम इन चर्चित मामलों में रहे वकील –

  • 1991 – कल्याण रेलवे ब्लास्ट
  • 1993 – मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट केस
  • 1994 – पुणे राठी हत्याकांड
  • 2003 – गेटवे ऑफ इंडिया और जवेरी बम धमाका केस
  • 2003 – गुलशन कुमार हत्याकांड
  • 2004 – नदीम का लंदन से एक्सट्रैडिशन मामला
  • 2006 – गैंगस्टर अबू सलीम केस
  • 2006 – प्रमोद महाजन हत्याकांड
  • 2008 – 26/11 मुंबई आतंकी हमला
  • 2010 – शक्ति मिल गैंग रेप
  • 2016 – डेविड हेडली मामला

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार निकम अब तक 628 दोषियों को उम्र कैद और 37 आरोपियों की फांसी की सजा दिलवा चुके हैं। उन्होंने 2010 में न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद पर आयोजित विश्व स्तरीय सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया।

पद्मा श्री से सम्मानित

30 साल के करियर में 628 कैदियों को उम्र कैद और 37 दोषियों के फांसी की सजा दिला चुके उज्जवल निकम को वर्ष 2009 में 26/11 के मामले की सुनवाई के दौरान जेड प्लस सुरक्षा दी गई थी, साथ ही कानूनी क्षेत्र में उज्जवल निकम के योगदान के लिए भारत सरकार ने 2016 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था।