डॉ. मनमोहन सिंह के द्वारा उठाए गए 10 कदम जिसने…
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन
पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की उम्र में एम्स में गुरुवार की रात 9:51 पर निधन हो गया।
आर्थिक उदारीकरण के जनक डॉ. मनमोहन सिंह की जीवन यात्रा
एक महान अर्थशास्त्री की विरासत
डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन के साथ ही भारत ने पूर्व प्रधानमंत्री के साथ ही एक महान अर्थशास्त्री को खो दिया।
Manmohan Singh Death: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 वर्ष में निधन
दूरदर्शी फैसलों की विरासत
डॉ मनमोहन सिंह द्वारा उठाए गए दूरदर्शी कदम ने ना सिर्फ आर्थिक विकास को गति दी बल्कि रोजगार, निवेश और सामाजिक सुरक्षा को भी मजबूती प्रदान की। आईए जानते हैं डॉक्टर मनमोहन सिंह द्वारा लिए गए 10 बड़े फैसले-
10 बड़े फैसले
- डॉ मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री रहते हुए 1991 में आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण की नीति लागू की जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया।
- ग्रामीण भारत में रोजगार की गारंटी देने वाला, नरेगा कार्यक्रम 2005 में लागू किया जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी कम करने और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने में मदद मिली।
- डॉ मनमोहन सिंह ने हाईवे, बंदरगाह और रेलवे जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को गति दी जिससे लॉजिस्टिक्स की लागत कम हुई और आर्थिक विकास को बल मिला।
- डॉ मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री रहते हुए रिटेल, विमान, दूरसंचार, बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को बढ़ाया जिससे विदेशी कंपनियों का निवेश बढ़ने से रोजगार के नए अवसर बने और तकनीकी प्रगति हुई।
- मनमोहन सिंह ने अपनी दूसरे कार्यकाल में पेट्रोल की कीमतों को बाजार से जोड़ा और डीजल की कीमतों में चरणबद्ध वृद्धि की नीति अपना कर सब्सिडी के बोझ को घटाया और तेल कंपनियों की वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाया।
- वह मनमोहन सिंह ही थे जिन्होंने कर व्यवस्था को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए GST की नींव रखी और विभिन्न करों को एकीकृत करने की दिशा में काम किया।
- आईटी और सॉफ्टवेयर सेक्टर को मजबूत करने के लिए डॉक्टर मनमोहन सिंह ने नीतियां बनाई जिससे भारत वैश्विक आईटी हब बना।
- मनमोहन सिंह ने बैंकिंग क्षेत्र में सुधार के तहत मजबूत नीतियां बनाई और ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन बढ़ाने के लिए बैंकों को ग्रामीण शाखाएं खोलने को प्रोत्साहित किया।
- चीनी उद्योग को नियंत्रण मुक्त करते हुए कोयला आवंटन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 2013 में नीतियां बनाई।
- 2013 में ही मनमोहन सिंह ने गरीबों को रियायती दरों पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना लागू की।