Kedarnath Cloudburst News Updates: उत्तराखंड में बादल फटने से भूस्खलन के बाद 2 की मौत, 1 घायल
Kedarnath Cloudburst | Tehri Cloudburst | Rudraprayag Cloudburst News: केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीम बाली नाले के पास भी बादल फटने से भूस्खलन हुआ, जिससे मार्ग का लगभग 25 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। मार्ग के अस्थायी रूप से बंद होने से भीम बाली में लगभग 200 तीर्थयात्री फंस गए।
Kedarnath Cloudburst News Updates | Tehri Cloudburst News Update
Kedarnath Cloudburst News Updates | Tehri Cloudburst News Updates :लगातार हो रही बारिश के कारण मंदाकिनी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिसके बाद अधिकारियों ने गौरीकुंड मंदिर को खाली करा लिया और लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
उत्तराखंड के टिहरी जिले के घनसाली में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि पूरे राज्य में बुधवार को भारी बारिश हुई।
पीड़ितों की पहचान 50 वर्षीय भानु प्रसाद और उनकी पत्नी 45 वर्षीय नीलम देवी के रूप में हुई है। घनसाली के जखन्याली में बादल फटने के कारण नौतार नाले के पास एक भोजनालय और एक पुलिया बह जाने से उनका 28 वर्षीय बेटा विपिन घायल हो गया।
केदारनाथ पैदल मार्ग में भीम बली में बादल फटने से करीब 50 से 200 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं. भारी बोल्डर आने से मार्ग का 30 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है.
Clouburst in Kedarnath & Tehri Videos (एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और अस्पतालों समेत अन्य आपातकालीन सेवाएं हाई अलर्ट पर हैं):
केदारनाथ पैदल मार्ग के साथ भीम बाली नाले के पास भी बादल फटने की घटना हुई, जिससे भूस्खलन हुआ और मार्ग का लगभग 25 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। मार्ग के अस्थायी रूप से बंद होने से भीम बाली में लगभग 200 तीर्थयात्री फंस गए।
बादल फटने के बाद एसडीआरएफ, जिला पुलिस और स्थानीय अधिकारियों समेत आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंचीं और फंसे हुए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। भीमबली बादल फटने की घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
लगातार हो रही बारिश के कारण मंदाकिनी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिसके बाद अधिकारियों ने गौरीकुंड मंदिर को खाली करा दिया और लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
केदारनाथ में बादल फटने से भूस्खलन, करीब 200 तीर्थयात्री फंसे: Kedarnath Cloudburst, Tehri Cloudburst
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और अस्पतालों समेत अन्य आपातकालीन सेवाएं हाई अलर्ट पर हैं।
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली में बादल फटने की घटना हुई, जिससे भूस्खलन हुआ और मार्ग का करीब 20-25 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। करीब 200 तीर्थयात्रियों को भीमबली जीएमवीएन में सुरक्षित रोक दिया गया है। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
उन्होंने बताया कि मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण गौरीकुंड स्थित गौरी माता मंदिर को खाली करा दिया गया है और श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विभिन्न इलाकों में हो रही भारी बारिश को लेकर आपदा प्रबंधन सचिव से बात की है और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया है।