केंद्र सरकार ने NITI Aayog का किया पुनर्गठन, भाजपा के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ सहयोगी दलों को भी मिली जगह
केंद्र सरकार ने NITI Aayog का किया पुनर्गठन:
केंद्र सरकार ने नीति आयोग (Niti Aayog) का किया पुनर्गठन: भाजपा के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ सहयोगी दलों को भी मिली जगहकेंद्र सरकार ने नीति आयोग का गठन कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीति आयोग के अध्यक्ष बने रहेंगे। कृषि राज्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पदेन सदस्य बनाया गया है। नीति आयोग के पुनर्गठन में सहयोगी दलों के वरिष्ठ मंत्रियों को भी जगह मिली है।
चार लोगो को बनाया गया पूर्णकालिक सदस्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीति आयोग के अध्यक्ष होंगे, वही सुमन बेरी उपाध्यक्ष हाेंगी। नीति आयोग की नई टीम में वी. के. सारस्वत, प्रोफेसर रमेश चंद्र, डॉक्टर वी के पॉल और अरविंद विरमानी को पूर्ण कालिक सदस्य बनाया गया है।
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नीति आयोग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पदेन सदस्य बनाया गया है। पिछली बार पदेन सदस्यों में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर थे। इस बार कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री के साथ पदेन सदस्य बनाया गया है।
11 विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे
नीति आयोग की नई टीम में 11 विशेष आमंत्रित सदस्य नियुक्त किए गए हैं। विशेष आमंत्रित सदस्यों में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमार स्वामी और एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी शामिल हैं। इसके अलावा सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार, उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू, पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, आदिवासी मामलों के मंत्री जुअल ओरम, महिला और बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार राव इंद्रजीत राव सिंह को भी विशेष आमंत्रित सदस्यों के तौर पर चुना गया है।
एनडीए की सहयोगी दलों को भी नीति आयोग में किया गया शामिल
नीति आयोग के पुनर्गठन में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं को भी स्थान दिया गया है। इस टीम में जदयू के राजीव रंजन सिंह, तेलुगू देशम पार्टी के राममोहन नायडू, जनता दल (एस) के एचडी कुमार स्वामी और लोजपा (आर) से चिराग पासवान को शामिल किया गया है। नीति आयोग की टीम में यह सभी मंत्री विशेष आमंत्रित सदस्यों के तौर पर शामिल किए गए हैं।
क्या है नीति आयोग ?
नीति आयोग को पहले योजना आयोग के नाम से जाना जाता था। इसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं। नीति आयोग सरकार के थिंक टैंक के रूप में काम करता है। नीति आयोग का गठन 1 जनवरी 2015 को हुआ था। नीति आयोग में नीति का अर्थ है ‘भारत बदलने के लिए राष्ट्रीय संस्थान।
नीति आयोग को पहले योजना आयोग कहा जाता था जो 65 वर्ष पुराना है। योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग कर दिया गया। यह देश की प्रमुख नीति निर्माण संस्था है जिससे देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद की जाती है। इससे भारत को दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने में मदद मिली है।
नीति आयोग के निर्माण में ‘टीम इंडिया हब’ और ‘नॉलेज एंड इनोवेशन हब’ नामक दो हब शामिल हैं।
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नीति आयोग का उद्देश्य एक मजबूत राज्य का निर्माण करना है जो एक गतिशील और मजबूत राष्ट्र बनाने में मदद करेगा। इस आयोग का उद्देश्य ग्राम स्तर पर एक विश्वसनीय रणनीति तैयार करने के तरीकों का निर्माण करना और निधि इन्हे धीरे-धीरे सरकार के उच्च स्तरों पर एकत्रित करना है। इसके अलावा इसका उद्देश्य एक आर्थिक नीति बनाना है जो राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को शामिल करती है।
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