October 15, 2024
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महाकुंभ 2025 से पहले प्रयागराज घाट दिखेंगे काशी की तरह : प्रयागराज महाकुंभ 2025 (Prayagraj Maha Kumbh 2025)

Prayagraj Maha kumbh 2025 : महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025)से पहले संगम नगरी में भी काशी की तरह घाट दिखाई पड़ेंगे। महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) से पहले सिंचाई विभाग गंगा यमुना के साथ घाटों को पक्का करने का प्रस्ताव बना रहा है। इसमें यमुना किनारे पांच घाट और गंगा किनारे दो घाट बनाए जाएंगे। गंगा में कटान की समस्या को देखते हुए पक्के घाट बनाने की तैयारी है।
दारागंज और दशाश्वमेध घाट प्रस्तावित घाटों में सबसे बड़ा होगा।

Maha Kumbh 2025 Prayagraj

Prayagraj Maha kumbh 2025 : महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025)से पहले संगम नगरी में भी काशी की तरह घाट दिखाई पड़ेंगे। महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) से पहले सिंचाई विभाग गंगा यमुना के साथ घाटों को पक्का करने का प्रस्ताव बना रहा है। इसमें यमुना किनारे पांच घाट और गंगा किनारे दो घाट बनाए जाएंगे। गंगा में कटान की समस्या को देखते हुए पक्के घाट बनाने की तैयारी है।
दारागंज और दशाश्वमेध घाट प्रस्तावित घाटों में सबसे बड़ा होगा। यमुना किनारे किलाघाट और सरस्वती घाट, जो छावनी क्षेत्र के अधीन है, के पास नया घाट बनाने की सेना से अनुमति मांगी गई है। घाटों के निर्माण को लेकर एनओसी के लिए जिला प्रशासन ने सेना के पास पत्र भेजा है। सिंचाई विभाग 2013 के कुंभ से पहले भी किला के पास घाट बना रहा था लेकिन तब सेना ने निर्माण रुकवा दिया था। 2012 में बरगद घाट, बलुआ घाट और अरैल घाट बनाए गए थे।

यहां प्रस्तावित है पक्का घाट

दशाश्वमेध घाट, रसूलाबाद घाट, किलाघाट, नेहरु घाट, नौकायन घाट, महेवा घाट और छतनाग घाट पक्का बनाने को प्रस्तावित है।

महाकुंभ 2025 से पहले संगम क्षेत्र में रोपवे बनना तय

 संगम क्षेत्र में रोप वे बनना तय हो गया है। नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के विशेषज्ञ ने संगम क्षेत्र में प्रस्तावित रोप वे के रूट देखने के बाद निर्माण के लिए हरी झंडी दे दी है।
मेला प्राधिकरण में अफसरों की तैनाती शुरू कर दी गई है। बाराबंकी के उपजिलाधिकारी सुरेंद्र पाल को महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025)के लिए विशेष कार्याधिकारी के पद पर तैनात किया गया है। उपजिलाधिकारी को तत्काल मेला अधिकरण में कार्यभार संभालने के लिए निर्देशित किया गया है। सुरेंद्र पाल कुंभ 2019 में यहां तैनात रहे हैं।
पीसीएस विवेक चतुर्वेदी को महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) के अपर मेला अधिकारी के पद पर तैनात किया गया है। शासन ने विवेक चतुर्वेदी को वर्तमान कार्य स्थल से तुरंत कार्यमुक्त करने का आदेश दे दिया है। विवेक चतुर्वेदी भी इससे पहले कुंभ 2019 में यहां रह चुके हैं।

अक्षयवट, सरस्वती कूप और पातालपुरी का दर्शन होगा सरल

महाकुंभ 2025 (Maha kumbh 2025) से पहले अक्षयवत, सरस्वती कूप और पातालपुरी का दर्शन अब और आसान हो जाएगा। संगम किनारे किले के अंदर पौराणिक एवं धार्मिक स्थलों को आकर्षक बनाने के लिए प्रयागराज प्राधिकरण, प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड और मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस यह तीनों इकाइयां मिलकर काम करेंगे।
पीडीए इन स्थानों की आंतरिक और बाह्य सुंदरीकरण की योजना बनाएगा।
प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड सभी कार्यों के लिए स्मार्ट सिटी कीमत से बजट देगा।
मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस पीडीए की योजना के अनुसार सुंदरीकरण का काम करेगी।
महाकुंभ 2025 (MahaKumbh 2025) की तैयारियों के सिलसिले में 15 दिसंबर को बैठक प्रस्तावित है। मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के समक्ष अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के आसपास सुंदरीकरण का प्रस्ताव रखा जा सकता है।

महाकुंभ 2025 के लिए प्रस्तावित कार्य (Proposed work for Maha kumbh 2025)

  1. पौराणिक स्थल के मार्ग पर फसाड लाइट लगाना, हरियाली विकसित करना।
  2. पौराणिक स्थलों के मार्गों पर qr-code से ऐतिहासिक महत्व की जानकारी देना।
  3. अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप का निकट से दर्शन करना।
  4. अक्षयवट, पातालपुरी के प्रवेश द्वार को इनके पौराणिक थीम से संवारना।
  5. सरस्वती कूप का दर्शन करने के लिए पूरे साल सुविधा देना।

प्रयागराज माघ मेला 2023 (Prayagraj Magh Mela 2023)

माघ मेला 2023 (Magh Mela 2023) की तैयारियां शुरू हो गई है। गंगा–यमुना पर पांटून पुलों का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। पांच पांटून पुल बनकर तैयार हो गए हैं। संत–महात्मा एक और पांटून पुल बनाने की मांग कर रहे हैं लेकिन प्रशासन ने छठा पांटून पुल बनाने से मना कर दिया है। मेला प्रशासन ने कहा है कि मेले में पांच पुलों से ही आवागमन होगा। मेले में और पुल नहीं बनेगा।

माघ मेले में बनेगा 14वां पुलिस स्टेशन

पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहूलियत के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। शनिवार से ही माघ मेला में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी आना शुरू कर दिए हैं। पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि 14वां पुलिस स्टेशन बनाए जाने पर गहन मंथन चला। अभी तक माघ मेला में 13 पुलिस स्टेशन बनाए जा रहे थे।
माघ मेला प्रशासन रविवार से संस्थाओं को भूमि आवंटन करने जा रहा है। माघ मेले की तैयारियों को पूरा करने के लिए 20 दिसंबर तक का समय दिया गया है। पानी और सीवर के पाइप बिछाए जा रहे हैं। बिजली के खंभे और तार लगाए जा रहे हैं।