ब्रिटेन में लेबर पार्टी को प्रचंड बहुमत दिलाकर प्रधानमंत्री बनने वाले कौन हैं Keir Starmer ?
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Keir Starmer (कीर स्टार्मर): ब्रिटेन में हुए आम चुनाव के बाद सियासत में बड़ा बदलाव हुआ है। बीते दिनों ब्रिटेन में संपन्न हुए आम चुनाव में लेबर पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल किया जबकि ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी की करारी हार हुई। सुनक ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। ब्रिटेन में 14 वर्ष बाद लेबर पार्टी सत्ता में वापस आई है। अब कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं।
14 साल बाद सत्ता में आने वाली लेबर पार्टी को 412 सीटों से बहुमत मिला। जबकि कंजर्वेटिव पार्टी 121 सीटें ही जीत पाई लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को चुनाव में करारी शिकस्त देकर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने वाले कौन है कीर स्टार्मर ? आईए जानते हैं-
कौन है कीर स्टार्मर ?
कीर स्टार्मर पेशे से एक वकील हैं और ब्रिटेन की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी लेबर पार्टी के अध्यक्ष हैं। कीर साधारण परिवार से आते हैं। उनका जन्म 2 सितंबर 1962 को साउथवार्क लंदन में सरी नाम के छोटे से गांव में हुआ था। उनकी मां नेशनल हेल्थ सर्विस में नर्स का काम करती थी और पिता कारीगर का काम करते थे।
स्टार्मर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी जिसके कारण उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उनकी मां एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थी। 11+ (इंग्लैंड में प्राथमिक शिक्षा के अंतिम वर्ष की परीक्षा) पास करने के बाद उन्होंने स्थानीय ग्रामर स्कूल में दाखिला लिया। 18 वर्ष की उम्र में कीर स्टार्मर को लीड्स यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई करने का अवसर मिला और स्टार्मर अपने परिवार में यूनिवर्सिटी जाने वाले पहले सदस्य भी बन गए। विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद कानून की पढ़ाई के लिए लंदन चले गए।
1987 में बतौर बैरिस्टर शुरू किया करियर
1987 में वकील बनने के बाद बैरिस्टर के रूप में उन्होंने अपना करियर शुरू किया। स्टार्मर गरीब लोगों को मुफ्त सलाह देते थे। स्टार्मर 5 वर्ष तक उत्तरी आयरलैंड पुलिसिंग बोर्ड के कानूनी सलाहकार रहे। इसी दौरान उनकी मुलाकात विक्टोरिया से हुई और कीर और विक्टोरिया ने 2007 में विवाह कर लिया। विक्टोरिया वर्तमान में ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के लिए काम करती हैं। इनके दो बच्चे हैं।
स्टार्मर ने 2008 में लोक अभियोजन निदेशक रहते हुए सार्वजनिक सेवाओं में व्यापक सुधार किया, जिससे लोगों को उम्मीद के मुताबिक न्याय मिला। इन सुधारों का ब्रिटिश समाज पर आज भी बड़ा प्रभाव है। कीर ने खर्चों के दुरुपयोग के लिए सांसदों पर मुकदमा चलाया। उन्होंने घरेलू और यौन हिंसा के पीड़ितों के लिए बेहतर सहायता के लिए दिशा निर्देश में भी बदलाव किया। आपराधिक न्याय के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए 2014 में कीर स्टार्मर को ‘नाइटहुड’ की उपाधि से सम्मानित किया गया।
स्टार्मर का सियासी सफर
कीर स्टार्मर के राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2015 में 52 साल की उम्र में हुई, जब वह संसद के लिए चुने गए। 2015 से 2016 तक ब्रिटेन की शैडो केबिनेट में आव्रजन मंत्री थे। 2016 से 2020 तक यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के लिए शैडो स्टेट सेक्रेटरी थे। शैडो केबिनेट में ब्रिटेन की जो आधिकारिक विपक्षी पार्टी और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होती है उसके सदस्य और ब्रिटिश संसद के उच्च सदन ‘हाउस आफ लॉर्ड्स’ के सदस्य शामिल होते हैं।
स्टार्मर की अध्यक्षता में पार्टी को मिली सबसे बड़ी शिकस्त
कीर स्टार्मर को 2020 अप्रैल में लेबर पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था, लेकिन स्टार्मर की अध्यक्षता में पार्टी को 85 वर्षों में सबसे बुरी हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद स्टार्मर ने अपनी पूरी ताकत पार्टी को अगले चुनाव में विजयी बनाने में लगा दी। स्टार्मर के लिए 2024 का चुनाव एक मिशन बन गया।
2024 के चुनाव में उन्होंने जनता से जुड़े मुद्दे उठाए। लेबर पार्टी ने ब्रिटेन की जनता से वादा किया कि वह एक ऐसे ब्रिटेन का निर्माण करेंगे जो आगे बढ़ रहा है पीछे नहीं जा रहा है। एक ऐसा ब्रिटेन जहां अर्थव्यवस्था सुरक्षित है और कड़ी मेहनत को बढ़ावा देती है।