November 22, 2024
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Republic Day 2024 Parade: आइये जानते हैं गणतंत्र दिवस 2024 की परेड क्यों है खास ?

Republic Day 2024 Parade: आइये जानते हैं गणतंत्र दिवस 2024 की परेड क्यों है खास ?

गणतंत्र दिवस (Republic Day) 26 जनवरी 2024

26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस?

भारतीय गणतंत्र दिवस प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। आजादी के बाद 26 जनवरी को ही देश में संविधान लागू हुआ था और भारत एक स्वतंत्र गणराज्य बना। 26 जनवरी 2024 को भारत अपना 75 वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस? आईए जानते हैं

26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस (Why is Republic Day Celebrated Only on 26 January) ?

15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात आजाद भारत का अपना कोई संविधान नहीं था। इसके लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में 29 अगस्त 1947 को एक मसौदा समिति का गठन किया गया। 4 नवंबर 1947 को समिति ने संविधान सभा के समक्ष एक प्रस्तावित संविधान प्रस्तुत किया। व्यापक चर्चा और संशोधन के बाद विधानसभा के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को समझौता के दो हस्तलिखित संस्करणों पर हस्ताक्षर किए और 2 दिन बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हो गया।

इस प्रकार 26 जनवरी को भारत एक ‘संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न गणराज्य’ बन गया लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन के लिए 26 जनवरी को ही क्यों चुना गया। अंग्रेजों के औपनिवेशिक शासन कानून(1935) की जगह जब भारत का अपना संविधान बनकर तैयार हो गया तो संविधान सभा ने इसे दो दिन बाद 26 जनवरी को लागू करने का फैसला किया क्योंकि इस तिथि का महत्व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से मिलता है।26 जनवरी 1930 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ब्रिटिश हुकूमत से ‘पूर्ण स्वराज’ की घोषणा की थी।

26 जनवरी 1930 के दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया था। इस सत्र के दौरान पहली बार तिरंगा फहराया गया था और 20 साल बाद जब देश का संविधान बनकर तैयार हुआ तो 26 जनवरी के इस दिन को याद रखने के लिए 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ।

कैसे मनाया जाता है गणतंत्र दिवस (How is Republic Day Celebrated) ?

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत में सबसे पहले प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति पर पुष्प अर्पित करके वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं। इसके बाद भारत के राष्ट्रपति ध्वजारोहण करते हैं। वायु सेना थल सेना और वायुसेना के जवान शहीदों को 21 तोपों की सलामी देते हैं। इसके बाद राष्ट्रगान होता है। गणतंत्र दिवस समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रपति करते हैं। इस दिन वीर जवानों को परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र, अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे वीरता पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। 26 जनवरी को राष्ट्रपति को सलामी देते हुए परेड शुरू होती है जिसमें तोप, मिसाइल हथियार आदि का प्रदर्शन किया जाता है।

गणतंत्र दिवस समारोह 2024 (Republic Day Ceremony 2024)

26 जनवरी को दिल्ली में भव्य परेड का आयोजन होगा।इस दिन मनाया जाने वाले समारोह में शानदार सैन्य और सांस्कृतिक आयोजन होंगे दिल्ली में प्रदर्शित की जाने वाली भव्य परेड हमारी समृद्ध संस्कृति और सैन्य विरासतों को प्रदर्शित करती है। इस परेड में अन्य देशों के गणमान्य व्यक्ति, भारतीय राजनेता और आम जनता भी हिस्सा लेती है। 26 जनवरी के दिन विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश रंग बिरंगी कला और संस्कृति पर आधारित झांकियां निकलेंगी। गणतंत्र दिवस परेड प्रातः 10:00 बजे विजय चौक से कर्तव्य पथ तक होगी। उत्सव का केंद्र बिंदु दिल्ली में राजपथ है जहां भारतीय सेना,नौसेना, वायु सेना और पुलिस अर्धसैनिक समूहों की परेड निकलेगी।

2024 की परेड क्यों है खास?

2024 की गणतंत्र दिवस परेड में रक्षाबलों की दो महिला टुकड़ियों मार्च करेंगी।रक्षा अधिकारियों ने कहा कि “144 कर्मियों वाली एक टुकड़ी में सभी महिला सैनिक शामिल होंगी, जिनमें 60 सेना से और शेष भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना से होंगी।

गणतंत्र दिवस के अतिथि (Guest of Republic Day 2024)

2024 के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रो को आमंत्रित किया गया है। वर्ष 2023 के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति ‘अब्दुल फतह अल- सीसी’ थे। यह छठवीं बार है जब गणतंत्र दिवस समारोह में फ्रांसीसी नेता मुख्य अतिथि होंगे। भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि थे इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो।

गणतंत्र दिवस 2024 की थीम (Theme Republic Day 2024)

गणतंत्र दिवस 2024 की थीम है-

“भारत लोकतंत्र की जननी” और “विकसित भारत।”