क्या है हिज्बुल्लाह, जिसकी इजरायल के साथ जंग पूरे विश्व में बनी चर्चा का विषय: Israel Hezbollah War
Israel Hezbollah War: इजराइल के हवाई हमले में हिज्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरुल्लाह मारा जा चुका है। इजरायली सेना ने कहा कि उसने बेरूत में शुक्रवार को हिजबुल्ला के शीर्ष नेता हसन नसरुल्लाह को मार गिराया है। नसरल्लाह पर यह हमला उस समय किया गया जब वह दहियेह स्थित अपने मुख्यालय में बैठक कर रहा था।
हिजबुल्ला के चीफ हसन नसरल्लाह की डेड बॉडी बरामद कर ली गई है। उसके शव को रविवार को लेबनान के बेरुत में उसी जगह से बरामद किया गया जहां आईडीएफ ने हवाई हमला किया था, लेकिन उसकी मौत की वजह पर संदेह है क्योंकि चोट के कोई भी निशान नसरल्लाह के शरीर पर नहीं मिले हैं। नसरल्लाह ने तीन दशक से अधिक समय तक हिजबुल्ला संगठन का नेतृत्व किया।
हमास क्या है? इजराइल से हमास की क्या दुश्मनी है? (What is Hamas? What is Israel-Hamas Conflict ?)
इजराइल- हमास युद्ध पिछले वर्ष 7 अक्टूबर को शुरू हुआ था। उसके बाद से हिजबुल्ला हमास के समर्थन में उत्तरी इजराइल में करीब एक साल से हवाई हमले कर रहा है, जिसके जवाब में कार्रवाई करते हुए इजराइल ने हिजबुल्ला के मुखिया समेत 10 शीर्ष सिर्फ कमांडरों को ढेर कर दिया है। यह 10 शीर्ष कमांडर हैं –
- इब्राहिम अकील (ऑपरेशन हेड)
- इब्राहिम मोहम्मद कबीसी (मिसाइल रॉकेट यूनिट हेड)
- फौद शुक्र (हिजबुल्ला का सर्वोच्च कमांडर)
- विसम अल तवील (रादवां फोर्स कमांडर)
- मोहम्मद हुसैन सरौर (एरियल कमांड कमांडर)
- मोहम्मद नासेर अजीज (यूनिट कमांडर)
- सामी तालेब अब्दुल्लाह नासेर (यूनिट कमांड
- हसन नसरल्लाह (हिजबुल्ला चीफ,)
- अल कराकी (साउथ फ्रंट कमांडर)
- अबू हसन (रादवां फोर्स का ट्रेनिंग हेड)
इसराइल और हिजबुल्ला के बीच जंग अपने चरम पर है लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिजबुल्ला क्या है? यह कैसे बना ? इसे किसने बनाया? और इजराइल से इसकी दुश्मनी कितनी पुरानी है? आईए जानते हैं –
हिजबुल्ला क्या है? (What Is Hezbollah?)
हिज्बुल्लाह लेबनान की संसद में एक राजनीतिक दल है जो एक शिया मुस्लिम सशस्त्र समूह है। यूरोपीय संघ द्वारा हिजबुल्ला की सैन्य शाखा को आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है।
हिजबुल्ला का गठन लेबनान के गृह युद्ध के दौरान 1980 के दशक में हुआ था। दक्षिणी लेबनान पर इजराइल के कब्जे से लड़ने के लिए हिजबुल्ला को ईरान की मदद से बनाया गया था। इस संगठन ने यमन, इराक, सीरिया और पश्चिम एशिया में अन्य जगहों पर अपने गुटों का विस्तार किया है। हिजबुल्ला के पास अपने समूह को शक्तिशाली बनाने के लिए लेबनान में एक विशाल बुनियादी ढांचा है। हिजबुल्ला का उत्तरी इजरायल की सीमा पर मौजूद दक्षिणी लेबनान समेत लेबनान के कई हिस्सों पर नियंत्रण है।
हिज्बुल्लाह की कैसे हुई शुरुआत ? (How did Hezbollah start?)
लेबनान में 1943 में हुए एक राजनीतिक समझौते के कारण 1975 में विभिन्न धार्मिक समुदायों में एक भयंकर गृह युद्ध छिड़ गया। 1943 के राजनीतिक समझौते के तहत लेबनान की सत्ता यहां के प्रमुख धार्मिक समूहों के बीच बांटी जाती हैं, जिसमें प्रधानमंत्री सुन्नी मुस्लिम, राष्ट्रपति एक मेरोनाइट ईसाई और संसद अध्यक्ष एक शिया मुस्लिम बनता है।
लेबनान में इन धार्मिक समूहों के बीच जातीय संतुलन बिगड़ने के कई कारण है जिसमें एक और सुन्नी आबादी फलस्तीनी शरणार्थियों के आने से बढ़ गई तो दूसरी ओर शियाओं ने सत्तारूढ़ ईसाई अल्पसंख्यक पर शियाओं को हाशिए पर रखने का आरोप लगाया। बड़ी संख्या में सशस्त्र फलस्तीनियों की मौजूदगी को लेकर लेबनान में लंबे समय तक चले असंतोष ने 1975 में भयंकर गृह युद्ध का रूप ले लिया। लेवानन में गृह युद्ध के बीच 1978 और फिर 1982 में इजराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान पर हमला किया। इजराइल पर हमला करने के लिए इस क्षेत्र को आधार बनाने वाले फलस्तीनी गुरिल्ला लड़कों को खदेड़ने के लिए इजराइल ने ये हमले किए।
इसी दौरान ईरान में शिया सरकार सत्ता पर काबिज हुई। ईरान में शिया सरकार के सत्ता में आते ही शियाओ के एक समूह ने इसराइली कब्ज़े के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया। जब ईरान और उसकी सेना ने अरब देशों में अपने प्रभाव का विस्तार करने का अवसर देखा तो एक नये सशस्त्र समूह को धन और प्रशिक्षण देकर तैयार किया। इसी समूह का नाम पड़ा हिज्बुल्ला।
क्या है हिजबुल्ला की विचारधारा ? (What is Hezbollah’s ideology?)
हिजबुल्ला में विरोधी शिया समूहों और विदेशी ठिकानों पर हमला शुरू कर दिया। हिजबुल्ला ने बेरुत में फ्रांसीसी और अमेरिकी सैनिकों की बैरकों पर आत्मघाती बम विस्फोट किया। इस विस्फोट में 300 से अधिक लोग मारे गए। इस प्रकार ईरान के लिए हिजबुल्ला एक प्रमुख हथियार बन गया। हिजबुल्ला की विचारधारा को 1985 के घोषणा पत्र में शामिल किया गया था। हिजबुल्ला के तहत इसका उद्देश्य पश्चिमी शक्तियों को लेबनान से बाहर निकालना, इजराइल को खत्म करना और ईरान के सर्वोच्च नेता के प्रति निष्ठा रखना है।
हिज्बुल्लाह कब बना लेबनानी सरकार का हिस्सा ? (When did Hezbollah become part of the Lebanese government?)
1992 में हिजबुल्ला लेबनान की सरकार का हिस्सा बना। संसद के लिए हिजबुल्ला के आठ सदस्य चुने गए थे। 2009 में पार्टी ने मुख्य धारा की राजनीति में आने की बात कही थी। 2022 के राष्ट्रीय चुनाव में हिजबुल्ला को लेबनन की 128 सदस्यीय संसद में 13 सीटों पर जीत मिली लेकिन उसके सहयोगी हार गए।
इजराइल से कैसे हैं हिजबुल्ला के संबंध ?
हिज्बुल्ला इजराइल का कट्टर दुश्मन माना जाता है। इजराइल से हिजबुल्ला की अदावत 1978 में दक्षिणी लेबनान पर इजरायली कब्जे से शुरू हुई। विदेशों में यहूदी और इजरायली ठिकानों पर हमले का दोषी हिजबुल्ला को माना जाता है। दक्षिणी लेबनान से आधिकारिक रूप से हटने के बाद भी इजराइल और हिजबुल्ला एक दूसरे पर हमला करते रहे हैं।
हिज्बुल्ला और इजराइल में आखिरी जंग 2006 में हुई थी। इस जंग में 1100 लेबनानी नागरिकों की जान गई थी। वही इजराइल के भी 110 सैनिक मारे गए थे।
23 सितंबर सोमवार को इजराइल ने लेबनान पर घातक हमला किया। इस हमले में करीब 500 लेबनानी नागरिकों की मौत हो गई। यह हमला 2006 के इजराइल- हिज्बुल्लाह युद्ध के बाद सबसे घातक हमला है। इजराइल के इस आक्रामक रवैए से पूरा विश्व सहमा हुआ है। इजरायल ने पूरे दक्षिणी लेबनान को युद्ध क्षेत्र में बदलने की घोषणा कर दी है।
इजराइल ने हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्ला को भी एयरस्ट्राइक में मार गिराया है। इजराइल का मानना है कि मानवता के लिए हिजबुल्ला का खात्मा आवश्यक है।