BRICS Summit में भारत का दिखा दबदबा, Putin ने की भारत की तारीफ
BRICS Summit: 16वा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन रूस के कजान में बुधवार को संपन्न हुआ। इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। ब्रिक्स देशों ने व्यापार बढ़ाने और स्थानीय मुद्राओं में वित्तीय निपटान की व्यवस्था बनाने पर सहमति जताई। साथ ही स्वतंत्र रूप से काम करने वाला सीमापार निपटान और डिपॉजिटरी बुनियादी ढांचे की व्यावहारिकता का अध्ययन करने और ब्रिक्स पुनर्बीमा कंपनी पर भी सहमति जताई। ब्रिक्स देश के नेताओं ने नव विकास बैंक को नए प्रकार के एमडीबी के रूप में विकसित करने पर भी सहमति जाताई है।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स देशों ने घोषणा पत्र के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। ब्रिक्स घोषणा पत्र के इन प्रमुख मुद्दों पर हुई चर्चा –
- विश्व व्यापार संगठन की दो स्तरीय बाध्यकारी विवाद निपटान प्रणाली पर जोर देने का संकल्प।
- ब्रिक्स देशों द्वारा ब्रेटन वुड्स संस्थानों (विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) में सुधार का आह्वान।
- आतंकवाद को साझा खतरा बताते हुए इसे रोकने के लिए निर्णायक कदम उठाने का लिया संकल्प।
- कजान घोषणा पत्र में पश्चिम एशिया में बढ़ते संघर्ष के मुद्दे का प्रमुखता से किया गया उल्लेख
- गाजा पट्टी में तनाव व स्थाई युद्ध विराम की अपील करते हुए दोनों पक्षों के बंधकों की रिहाई का आह्वान।
- सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर इजरायली हवाई हमले की निंदा।
- इजरायल की सैन्य कार्रवाई की निंदा
- एकतरफा व्यापार प्रतिबंधात्मक उपाय अपनाने की कोशिशें को भी नकारा।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पुतिन ने की भारत की सराहना
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 16 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में बुधवार को अपने संबोधन में भारत की सराहना की। पुतिन ने आर्थिक वृद्धि की सराहना करते हुए कहा कि इस मामले में भारत कई ब्रिक्स देश के लिए एक उदाहरण है।
पुतिन के हवाले से सरकारी समाचार एजेंसी ताश ने कहा कि “हम सभी उच्च आर्थिक विकास दर सुनिश्चित करने की जरूरत के बारे में बात करते हैं लेकिन मोदी इसे सफलतापूर्वक करने में कामयाब रहे हैं।”
भारत के आर्थिक विकास दर की सराहना करते हुए पुतिन ने कहा “हम में से कई देशों के लिए भारत की 7.5% की वृद्धि एक उदाहरण है। इन परिणामों के लिए पीएम मोदी को हम बधाई देते हैं।”
पुतिन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।