December 22, 2024
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

आख़िर क्यों जितिन प्रसाद ने छोड़ा कांग्रेस और बीजेपी में हुए शामिल ? (why did Jitin Prasad leave Congress and join BJP ?)

जितिन प्रसाद(Jitin Prasad)ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जहाँ तक मैंने 6 -7 सालों में अनुभव किया है कि बीजेपी(Bhartiya jnata party)जैसे कोई पार्टी नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन चुनौतियों और समस्याओं इस समय सामना कर रहा है उसके लिए बीजेपी(भारतीय जनता पार्टी ) से कोई उपयुक्त राजनितिक दल नहीं है कांग्रेस में मैं अपने जनता की सेवा नहीं कर पा रहा था कोशिश रहेगी की मैं जनता की सेवा BJP Bhartiya janta party(भारतीय जनता पार्टी ) से कर सकूँ। प्रधानमंत्री मोदी(Prime Minister Modi)जी से कोई उपयुक्त नेता नहीं है ये कहना है जितिन प्रसाद(Jitin Prasad) का।

why jitin prasad joined BJP?

why jitin prasad joined BJP?

जितिन प्रसाद कौन है और इनका राजनीती में क्या क़द है ?
(Who is Jitin Prasad and what is his stature in politics?)

About Jitin Prasad

जितिन प्रसाद ( Jitin Prasad ) कांग्रेस के पूर्व नेता और केंद्रीय मंत्री रह चुके स्वर्गीय जीतेन्द्र प्रसाद (Jitendra Prasada) के सुपुत्र हैं। इनका जन्म उत्तर प्रदेश (uttar pradesh) के शाहजहाँपुर में हुआ है इनकी उम्र 48 साल है। जितिन ने अपना राजनीतिक कॅरियर (Political career) का आरम्भ 2001 में किया था इन्होने 2001 में कांग्रेस के युवा संगठन युथ (Indian youth congress) के साथ महासचिव (General Secretary) के रूप में शुरू किया था। कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) अपनी पीढ़ी के तीसरे नेता है इनसे पहले इनके पिताजी और दादा जी भी कांग्रेस पार्टी (Congress party) के नेता रह चुके है। जितिन प्रसाद के दादा जी स्थानीय निकायों से लेकर विधानसभा तक कांग्रेस का नेतृत्व किया जितिन प्रसाद के पिता जी भी कांग्रेस के बहुत ही पहुंचे हुए नेता थे। वे पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और राजीव गाँधी जी के सलाहकार भी रहे।

वर्ष 2004 में ये अपने जिले यानि की शाहजहांपुर से अपना पहला लोकसभा चुनाव जीता।
इनके पहले कार्यकाल में जितिन प्रसाद को इस्पात राज्य मंत्री( Minister of State, Steel) बनाया गया। जितिन प्रसाद मनमोहन सिंह सरकार के सबसे युवा मंत्री थे। धरौरा से जितिन प्रसाद ने 209 में चुनाव लड़े और उन्होंने मीटरगेज लाइन(Metre Gauge) को ब्रॉडगेज़(Broad Gauge) में बदलने का वादा जनता से किया। जनता ने उनका भरपूर साथ दिया और वो दो लाख वोट से जीत गए। जितिन प्रसाद को उत्तर प्रदेश (uttar Pradesh) में एक विकासवादी और शान्तिप्रय नेता कहा जाता है |

2014 का चुनाव जितिन प्रसाद(Jitin Prasad)हार गए थे तब से राजनीतिक सितारे गर्दिश में चल रहे थे। 2017 का विधानसभा चुनाव भी वो हार गए। 2019 में धौरहरा(Dhaurahra) से लोकसभा चुनाव लड़े वह से भी हार गए जिसके चलते प्रियंका गाँधी ने महत्व देना बंद कर दिया इसके कारण वो कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे |
ब्राह्मण चेतना सवांद (Brahman Chetna Samvad) कार्यक्रम से कांग्रेस ने किनारा कर लिया था |

ब्राह्मण हक़ में जितिन प्रसाद हमेशा से आवाज उठाते हैं लेकिन उन्हें कांग्रेस के नेतृत्वा से समर्थन नहीं मिल पा रहा था यही कारण था की ब्राह्मण चेतना सवांद ( Brahman Chetna Samvad ) की जितिन (Jitin Prasad) द्वारा घोषणा किये जाते ही पार्टी ने इससे किनारा कर लिया। पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने यहाँ तक भी कह दिया की इससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं है यह उनका अपना निजी मसला है।

जितिन प्रसाद(Jitin prasad) कांग्रेस पार्टी (congress Party)छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) से जुड़े |

जबकि जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) ,राहुल गाँधी (rahul gandhi ) के बहुत करीबी मानें जाने वालों में से एक थे लेकिन उत्तर प्रदेश की बागडोर जब से प्रियंका गाँधी के हाथ में आयी है कांग्रेस की राजनीती में जितिन प्रसाद को साइड लाइन कर दिया गया था इसलिए ठीक 2022 के चुनाव से पहले उन्होंने अपनी राजनितिक पार्टी बदल दी यानि उन्होंने कांग्रेस(Congress) की सदस्य्ता छोड़ कर 9 JUNE 2021 को बीजेपी(Bhartiya Janta Party) को ज्वाइन कर लिया है। एक दिन पहले से ये खबर चल रही थी की राजनीती में कोई बड़ी हलचल होने वाली है और हुआ भी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने 9 जून 2021 की दोपहर को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई। सोशल मीडिया पर बहुत पहले से ही अंदेशा लगाया जा रहा था , ट्विटर पर भी ट्वीट किया जा रहा था की जितिन प्रसाद एक ब्राह्मण नेता है और बीजेपी(BJP) इससे ब्राह्मणो को सन्देश देना चाहती है। इससे पहले ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया( Jyotiraditya Madhavrao Scindia)ने भी कांग्रेस का हाथ छोड़कर BJP(Bhartiya Janta Party)के कमल को ग्रहण कर लिया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) ने कहा की ” मुझे ख़ुशी है की जितिन प्रसाद पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) के नेतृत्व में बीजेपी में शामिल हो रहे है वो हमारे छोटे भाई है और मैं उनके लिए बहुत खुश हूँ। उन्होंने सचिन पाइलट(Sachin Pilot) के लिए भी कहा, ‘ पाइलट के साथ मेरा निजी सम्बन्ध है और इस पर मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता कि बीजेपी के अंदर क्या हो रहा है क्या नहीं हो रहा है। ‘
ऐसा लग रहा है जैसे भाजपा सरकार अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022( UP Assembly election 2022) की तैयारी शुरू कर दी है जिसमे बीजेपी ने एक बड़ी जीत हासिल कर ली है और कांग्रेस के एक बड़े ही करीबी नेता को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा की जितिन की भागीदरी यूपी(Uttar Pradesh)की राजनीती में अहम् भमिका निभाएगी।

जितिन प्रसाद ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जहाँ तक मैंने 6 -7 सालों में अनुभव किया है कि बीजेपी ( Bhartiya jnata party) जैसे कोई पार्टी नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन चुनौतियों और समस्याओं इस समय सामना कर रहा है उसके लिए बीजेपी(भारतीय जनता पार्टी ) से कोई उपयुक्त राजनितिक दल नहीं है कांग्रेस में मैं अपने जनता की सेवा नहीं कर पा रहा था कोशिश रहेगी की मैं जनता की सेवा Bhartiya janta party(भारतीय जनता पार्टी ) से कर सकूँ। प्रधानमंत्री मोदी(Prime MinisterModi) जी से कोई उपयुक्त नेता नहीं है ये कहना है जितिन प्रसाद का।