December 23, 2024
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

28 वर्ष बाद एक बार फिर वकील vs वकील की जंग, Bansuri Swaraj के सामने एक बार फिर इतिहास दोहराने की चुनौती : Lok Sabha Election Update

image 1 47

Bansuri Swaraj, New Delhi Lok Sabha Seat: नई दिल्ली की लोकसभा सीट पर मुकाबला रोचक होने वाला है। 2024 के लोकसभा चुनाव मे स्वर्गीय सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज पहली बार राजनीति में कदम रख रही हैं।भाजपा ने बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली सीट से उम्मीदवार बनाया है। वही इंडिया गठबंधन की ओर से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार सरकार में मंत्री रहे सोमनाथ भारती को टिकट दिया गया है। बांसुरी स्वराज और सोमनाथ भारती दोनों ही पेशे से वकील है। ऐसे में इन दोनों का मुकाबला 28 वर्ष पहले के चुनाव की याद दिलाता है जब वर्ष 1996 के चुनाव में दक्षिणी दिल्ली क्षेत्र में भाजपा की सुषमा स्वराज और कांग्रेस के कपिल सिब्बल आमने-सामने थे। उस समय सुषमा स्वराज ने कपिल सिब्बल को मात दी थी।

Pralhad Joshi कर्नाटक के बदले राजनीतिक माहौल में जीत दर्ज कर पाएंगे ? : Lok Sabha Election Updates

2024 का लोकसभा चुनाव भी एक बार फिर से काले कोट की जंग का गवाह बनने जा रहा है। नई दिल्ली क्षेत्र में स्वर्गीय सुषमा स्वराज की पुत्री और पेशे से मां की तरह ही अधिवक्ता बांसुरी स्वराज का मुकाबला आम आदमी पार्टी में उम्मीदवार सोमनाथ भारती से है।

सुषमा स्वराज ने भी दिल्ली सेलाडा था अपना पहला लोकसभा चुनाव

वैसे तो भाजपा की फायर ब्रांड नेता और पार्टी में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा चुकी स्वर्गीय सुषमा स्वराज ने 1977 में हरियाणा में विधानसभा चुनाव में राजनीति में कदम रखा था। पहली ही बार में सुषमा स्वराज जीत दर्ज कर हरियाणा सरकार में मंत्री बनी थी। जब 1987 में विधायक बनी तो इसके बाद उनका कद राष्ट्रीय स्तर पर लगातार बढ़ने लगा और 1990 में राज्यसभा भेज दिया गया। 1996 तक वह राज्यसभा की सदस्य रहीं और 1996 के लोकसभा चुनाव में पहली बार भाजपा ने उन्हें दिल्ली की दक्षिणी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। उस समय कांग्रेस ने पेशे से वकील सुषमा स्वराज के खिलाफ पेशे से वकील कपिल सिब्बल को उतारा था।

Om Birla के सामने इस मिथक को तोड़ने की चुनौती : Lok Sabha Election 2024

सुषमा स्वराज और बांसुरी स्वराज के पहले चुनाव में क्या हैं समानताएं?

सुषमा स्वराज और बांसुरी स्वराज के पहले चुनाव में कोई अंतर नहीं दिखता। जिस प्रकार सुषमा स्वराज ने अपना पहला लोकसभा चुनाव एक वकील के खिलाफ लड़ा था, उसी प्रकार बांसुरी स्वराज का मुकाबला भी एक वकील से है। सुषमा स्वराज के सामने भी एक वकील उम्मीदवार था जो पहली बार चुनाव लड़ रहा था, बांसुरी के सामने भी एक वकील उम्मीदवार है और वह भी पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

चुनावी चौसर बिछा रहे सपा प्रमुख क्या हर मोर्चे पर संतुलन साध पाएंगे ? : Lok Sabha Election 2024

1996 में कपिल सिब्बल और सुषमा स्वराज में जिस तरह जुबानी जंग होती थी, उसी प्रकार बांसुरी स्वराज और सोमनाथ भारती के बीच भी जुबानी जंग शुरू हो चुकी है। सोमनाथ भारती भी बांसुरी स्वराज पर उसी तरह हमलावर हैं जैसे 1996 में कपिल सिब्बल सुषमा स्वराज पर हमलावर रहते थे।

सुषमा स्वराज व कपिल सिब्बल की तरह बांसुरी स्वराज और सोमनाथ भारती का पहला लोकसभा चुनाव है

वर्ष 1996 में कपिल सिब्बल और सुषमा स्वराज ने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था इसी प्रकार बांसुरी स्वराज अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।हालांकि सुषमा स्वराज लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले हरियाणा विधानसभा व राज्यसभा चुनाव लड़ चुकी थी। इधर सोमनाथ भारती भले ही लोकसभा चुनाव पहली बार लड़ रहे हो लेकिन वह तीन बार विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं।

क्या भाजपा के गढ़ पोरबंदर से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे स्वास्थ्य मंत्री Mansukh L. Mandaviya की राह होगी आसान ?

नई दिल्ली में इन दोनों उम्मीदवारों की उम्मीदवारी 28 साल पहले 1996 की लोकसभा चुनाव की याद दिला रही है। उस समय सुषमा स्वराज ने कपिल सिब्बल को मात दी थी। अब देखना यह है की बांसुरी स्वराज भी अपनी मां की तरह सोमनाथ भारती के खिलाफ जीत दर्ज कर पाती है या नहीं। नई दिल्ली सीट पर यह मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है।