मिशन चंद्रयान- 3 (Mission Chandrayaan-3) : भारत फिर चांद पर जाने के लिए तैयार
Chandrayaan-3 क्यों है महत्वपूर्ण ?
मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 mission) :भारत का यह चंद्र अभियान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि chandrayaan-3 के माध्यम से रोवर को चांद के उस हिस्से में उतारा जाएगा जहां अब तक किसी भी देश का कोई अभियान नहीं पहुंचा है। भारतीय रोवर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में उतारा जाएगा जिसे चंद्रमा का सबसे विषम भौगोलिक क्षेत्र माना जाता है। चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव सबसे गर्म हिस्सा माना जाता है। यहां का तापमान 54 डिग्री तक होने की संभावना है। इसका कारण यह है कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सूर्य की रोशनी सीधी पड़ती है। लेकिन एक आश्चर्य की बात यह भी है कि इस हिस्से में ऊंचे पहाड़ और गहरे गड्ढे हैं। इन गड्ढों पर पहाड़ों की छाया के कारण सूर्य की रोशनी कभी पड़ती ही नहीं। अतः वहां का तापमान माइनस 200 डिग्री तक पहुंच जाने की संभावना रहती है।