December 1, 2024
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World Brain Day 2023 : आइए जानते हैं विश्व मस्तिष्क दिवस के इतिहास, महत्व और उद्देश्य के विषय में

विश्व मस्तिष्क दिवस (World Brain Day) 2023,22 जुलाई : प्रत्येक वर्ष 22 जुलाई को विश्व मस्तिष्क दिवस मनाया जाता है। मस्तिष्क शरीर का सार होता है। मस्तिष्क से ही शरीर के सभी अंग संचालित होते हैं। मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना इस दिन का मुख्य उद्देश्य है। विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Brain Day)वर्ल्ड फेडरेशन आफ न्यूरोलॉजी (WFN)और इंटरनेशनल हेडएक सोसायटी द्वारा मनाया जाता है।

World Brain Day 2023_Janpanchayat Hindi News Blogs

विश्व मस्तिष्क दिवस (World Brain Day) 2023, 22 July

प्रत्येक वर्ष 22 जुलाई को विश्व मस्तिष्क दिवस मनाया जाता है। मस्तिष्क शरीर का सार होता है। मस्तिष्क से ही शरीर के सभी अंग संचालित होते हैं। मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना इस दिन का मुख्य उद्देश्य है। विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Brain Day)वर्ल्ड फेडरेशन आफ न्यूरोलॉजी (WFN)और इंटरनेशनल हेडएक सोसायटी द्वारा मनाया जाता है।
आइए जानते हैं विश्व मस्तिष्क दिवस के इतिहास, महत्व और उद्देश्य के विषय में-

विश्व मस्तिष्क दिवस का इतिहास (History Of World Brain Day)

22 जुलाई 1957 को वर्ल्ड फेडरेशन आफ न्यूरोलॉजी (WFN) की स्थापना हुई थी। 22 जुलाई 2014 को सार्वजनिक जागरूकता और वकालत समिति द्वारा विश्व मस्तिष्क दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव की घोषणा 22 सितंबर 2013 को डब्लू सी एन प्रतिनिधि परिषद की बैठक में की गई थी। प्रतिनिधियों ने इस प्रस्ताव का गर्मजोशी से स्वागत किया। न्यासी बोर्ड की फरवरी 2014 की बैठक में वार्षिक गतिविधि के रूप में इस प्रस्ताव का समर्थन किया गया। विश्व मस्तिष्क दिवस(World Brain Day) की स्थापना वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी द्वारा प्रत्येक वर्ष न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य में एक अलग विषय पर सार्वजनिक जागरूकता लाने के लिए की गई थी। वर्ल्ड फेडरेशन आफ न्यूरोलॉजी (WFN)की स्थापना 22 जुलाई 1957 को हुई थी।

क्या है वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी (What is World Federation of Neurology) ?

वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजिकल शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देता है। यह विश्व भर में गुणवत्तापूर्ण न्यूरोलॉजी और मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। सभी को स्वस्थ जीवन जीने का समान मौका देने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO )के प्रयासों का वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी (WFN )समर्थन करता है। डब्ल्यूएफएन विश्व भर में सदस्य समितियों के साथ गुणवत्तापूर्ण न्यूरोलॉजी सुनिश्चित करने और लोगों के मस्तिष्क के बेहतर स्वास्थ्य की वकालत करने के लिए विश्व भर के न्यूरोलॉजिस्टो को एकजुट करता है। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी में 123 सदस्य हैं

क्या है मस्तिष्क(What is Brain) ?

मस्तिष्क मानव शरीर का सबसे जटिल अंग है। मस्तिष्क मानव शरीर का मुकुट रत्न है। यह 3 पाउंड का अंग बुद्धि का केंद्र, इंद्रियों का व्याख्याकार, शरीर की गति का आरंभकर्ता और व्यवहार का नियंत्रक है। अपने हड्डी के खोल में पड़ा हुआ, सुरक्षात्मक तरल पदार्थ से धोया गया मस्तिष्क उन सभी गुणों का स्रोत है जो हमारी मानवता को परिभाषित करते हैं। मस्तिष्क विशेषज्ञों के एक समूह की तरह है। इसके सभी हिस्से एक साथ काम करते हैं लेकिन हर हिस्से की अपनी अपनी विशेष जिम्मेदारियां होती हैं।

मस्तिष्क किससे बना है ?

मस्तिष्क में लगभग 60% वसा होती है और शेष 40% प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और नमक का संयोजन है। मस्तिष्क में न्यूरॉन्स और ग्लियाल कोशिकाओं सहित रक्त वाहिकाएं और तंत्रिकाये शामिल है। यह स्वयं एक मांस पेशी नहीं है।

मस्तिष्क के कितने भाग होते हैं

मस्तिष्क के मुख्य भाग 3 है

सेरीबैलम
सेरीबैलम मनुष्य के संतुलन, मुद्रा, समन्वय और अच्छे गतिविधि कौशल को बनाए रखता है। यह मस्तिष्क के पिछले भाग में स्थित होता है।

सेरेब्रम
सेरेब्रम मस्तिष्क का वह भाग है जो दृश्यों, ध्वनियों और स्पर्शो की व्याख्या करता है। यह तर्क और सीखने तथा भावनाओं को भी नियंत्रित करता है। सेरेब्रम मस्तिष्क का लगभग 80% हिस्सा बनाता है।


ब्रेन स्टेम
ब्रेनस्टेम शरीर के कई स्वचालित कार्यों को नियंत्रित करता है। जैसे हृदय गति, सांस लेना, सोने और जागने का चक्र आदि। ब्रेन स्टेम मस्तिष्क के निचले हिस्से में होता है जो रीढ़ की हड्डी को मस्तिष्क के बाकी हिस्सों से जोड़ता है।

क्या है मस्तिष्क का दायां और बायां मस्तिष्क गोलार्ध

मस्तिष्क एक गहरी दरार द्वारा दो हिस्सों में विभाजित होता है। लेकिन इसके बावजूद दोनों मस्तिष्क गोलार्ध इस दरार के आधार पर स्थित तंत्रिका तंतुओं के एक मोटे पथ के माध्यम से एक-दूसरे के साथ संचार करते हैं। यद्यपि यह दोनों गोलार्ध एक दूसरे की परछाई प्रतीत होते हैं। लेकिन वे अलग है। जैसे शब्द बनाने की क्षमता मुख्य रूप से बाएं गोलार्ध में होती है जबकि अमूर्त तर्क कौशल का नियंत्रण दाएं गोलार्ध द्वारा होता है।
मस्तिष्क के दोनों हिस्से कॉर्पस कॉलोसम नामक तंत्रिका फाइबर बंदलो (सफेद पदार्थ) से जुड़े होते हैं। मस्तिष्क में सेरेब्रम का दाहिना मस्तिष्क गोलार्ध मुख्य रूप से शरीर के बाईं ओर को नियंत्रित करता है और बाया गोलार्ध मुख्य रूप से दाएं और को नियंत्रित करता है। जब मस्तिष्क का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होता है तो शरीर का विपरीत हिस्सा प्रभावित होता है। उदाहरणार्थ मस्तिष्क के दाएं गोलार्ध में स्ट्रोक से बाया हाथ और पैर निष्क्रिय हो जाता है।
अधिकांश दाएं हाथ के लोगों का बायां गोलार्ध प्रभावशाली होता है। और बायां हाथ से काम करने वालों का दायां गोलार्ध प्रबल होता है। दाएं गोलार्ध में लगभग 10 में से एक दाएं हाथ वाले व्यक्ति और लगभग 3 में से 1 बाएं हाथ वाले व्यक्ति का प्रभुत्व होता है। अर्थात उनके भाषण कार्य अधिकतर उनके मस्तिष्क के दाहिने हिस्से में केंद्रित होता है।

मानव मस्तिष्क में ग्रे और श्वेत पदार्थ क्या है (What are Gray and White Matter in Human Brain) ?

मानव के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का निर्माण ग्रे और श्वेत पदार्थ द्वारा किया जाता है। ग्रे मैटर मस्तिष्क की सबसे बाहरी परत है जो मानव के दैनिक कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
श्वेत पदार्थ में तंत्रिका फाइबर होते हैं जो मनुष्य के मस्तिष्क को विद्युत तंत्रिका का संकेतों को अधिक तेजी से और कुशलता से भेजने में मदद करते हैं। श्वेत पदार्थ गहरा मस्तिष्क ऊतक है।

मनुष्य के मस्तिष्क में कितनी कोशिकाएं हैं( How Many Cells are in Human Brain) ?
मानव मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं की संख्या लगभग 86 अरब है। यह कोशिकाएं दो प्रकार की होती हैं।

न्यूरॉन्स- यह विद्युत तंत्रिका संकेत भेजते और प्राप्त करते हैं।

ग्लियाल कोशिकाएं- यह कोशिकाएं मस्तिष्क में माइलिन (सफेद पदार्थ में पाया जाने वाला एक वसायुक्त सुरक्षात्मक पदार्थ) बनाती है और मस्तिष्क को पोषण प्रदान करती है।

मस्तिष्क कैसे कार्य करता है(How the Human Brain Functions)?

मस्तिष्क द्वारा पूरे शरीर में रासायनिक और विद्युत संकेत भेजा और प्राप्त किया जाता है। अलग-अलग संकेत अलग-अलग प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं और मस्तिष्क इन सभी संकेतों की व्याख्या करता है। अर्थात हमें महसूस कराता है। जैसे, कुछ संकेतों से हमें दर्द महसूस होता है जबकि कुछ थकान का एहसास कराते हैं।
मानव मस्तिष्क मानव तंत्रिका तंत्र का केंद्रीय अंग है। और रीढ़ की हड्डी के साथ केंद्रीय तंत्रिका तंत्र बनाता है। मस्तिष्क में सेरेब्रम ब्रेन स्टेम और सेरिबैलम शामिल होते हैं। मस्तिष्क शरीर की अधिकांश गतिविधियों को नियंत्रित करता है और इंद्रियों से प्राप्त जानकारी का प्रसंस्करण, एकीकरण और समन्वय करता है और शरीर के बाकी हिस्सों को भेजे गए निर्देशों के अनुसार निर्णय लेता है। मस्तिष्क के कार्य इस प्रकार हैं-

  • अंग कार्य का विनियमन
  • विचार और निर्णय
  • दर्द सहित विभिन्न संवेदना ओं की अनुभूति
  • यादें और भावनाएं
  • गतिविधियां मोटर फंक्शन संतुलन और समन्वय
  • स्वास हृदय गति नीड और तापमान नियंत्रण
  • वाणी और भाषा के कार्य

मस्तिष्क को प्रभावित करने वाले विकार

प्रत्येक 10 में से एक व्यक्ति को किसी न किसी प्रकार की मस्तिष्क संबंधी समस्या या बीमारी होती है। मस्तिष्क संबंधी बीमारियां कई प्रकार की हैं जैसे-
एमियो ट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस(ALS ) – यह एक न्यूरोमस्कुलर विकार है जहां मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाएं टूट जाती हैं।

अल्जाइमर रोग और मनोभ्रंश- यह याददाश्त से संबंधित बीमारी है जिसमें इंसान को भूलने ही बीमारी हो जाती है।

ब्रेन ट्यूमर- मस्तिष्क में जब अनावश्यक कोशिकाओं की वृद्धि होती है तो यह ब्रेन ट्यूमर का रूप ले लेती है।
पार्किंसंस रोग- यह बीमारी अकसर कंपकंपी से शुरू होती है यह एक प्रगतिशील तंत्रिका तंत्र रोग है।
स्ट्रोक- जब मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति में रुकावट या धमनी में रुकावट आती है तो स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
सिर की चोट – कभी-कभी सिर की चोट भी मस्तिष्क आघात का कारण बन सकती है।
मिर्गी – मिर्गी भी एक मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी है जो मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं की गतिविधियों को बाधित करती है जिससे दौरे पड़ते हैं।

मस्तिष्क को को स्वस्थ रखने के क्या है उपाय ?

स्वस्थ जीवन शैली और नियमित दिनचर्या को अपनाकर हम अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रख सकते हैं। मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए कुछ प्रमुख उपाय हैं।

  • धूम्रपान से दूर रहे।
  • रात में कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लें।
  •  नियमित व्यायाम करें ।
  • सब्जियों, फलों, साबुत अनाज, प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार का सेवन करें।
  • शराब का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
  • जिग्शा पहेलियां, वर्ग पहेलियां, शब्द खोज जैसी पहेलियों का अभ्यास करें।
  • तनाव से दूर रहें
  • रक्तचाप को नियंत्रित रखें

विश्व मस्तिष्क दिवस का महत्व (Significance of World Brain Day)

विश्व मस्तिष्क दिवस (World Brain Day)उन मुद्दों की जटिलता को दर्शाने में मदद करने के लिए जागरूक करता है जिनका विकलांग व्यक्तियों को प्राय: सामना करना पड़ता है। विश्व मस्तिष्क दिवस विश्व के सभी के लिए अधिक सुलभ और न्याय संगत बनाने के प्रयासों को प्राथमिकता देने के महत्व पर जोर देता है। विश्व मस्तिष्क दिवस(World Brain Day)मस्तिष्क स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है। यह न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से उत्पन्न विकलांग लोगों के लिए आगे आने और उन बाधाओं को तोड़ने के लिए वैश्विक प्रयास का अवसर है जो उन्हें स्वास्थ्य के उच्चतम संभव मानक प्राप्त करने से रोकते हैं जिसका हर कोई हकदार है।
कैसे मनाया जाता है विश्व मस्तिष्क दिवस (How is World Brain Day Celebrated) ?
इस दिन विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों के लोग मस्तिष्क स्वास्थ्य और इससे जुड़ी बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशालाओं और खुली चर्चाओं का आयोजन करते हैं। सोशल मीडिया पर अपने अनुभव को साझा करते हैं।

विश्व मस्तिष्क दिवस का उद्देश्य (Objective of World Brain Day)

_विश्व मस्तिष्क दिवस का मुख्य उद्देश्य है मस्तिष्क विकलांगताओ की रोकथाम और उपचार में सुधार करना।
_मस्तिष्क विकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए देखभाल, उपचार, पुनर्वास, और सहायक प्रौद्योगिकी तक सार्वभौमिक पहुंच को बढ़ावा देना।

  • मस्तिष्क संबंधी विकलांगताओ से ग्रस्त लोगों की ओर स्वास्थ्य देखभाल
  • पेशेवरों और अन्य लोगों को शिक्षित करना तथा
  • मस्तिष्क स्वास्थ्य को एक ऐसे अधिकार के रूप में सुनिश्चित करना जो हर जगह हर किसी पर लागू हो।

विश्व मस्तिष्क दिवस 2023 की थीम (Theme of World Brain Day 2023)

विश्व मस्तिष्क दिवस 2023 की थीम है-
“मस्तिष्क स्वास्थ्य और विकलांगता: किसी को पीछे ना छोड़े।”
(Brain, Health and Disability: Leave No One Behind.)