September 8, 2024
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World Red Cross Day and Red Crescent Day : आइये जानते हैं विश्व रेड क्रॉस दिवस का उद्देश्य एवं इतिहास

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विश्व रेडक्रॉस दिवस पूरे विश्व में 8 मई को मनाया जाता है। रेड क्रॉस (Red cross) के स्वयं सेवक 150 वर्षों से पूरे विश्व में असहाय और पीड़ित मानवता की सहायता के लिए काम करते आ रहे हैं। विश्व रेड क्रॉस दिवस ‘ अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। पार्लियामेंट्री एक्ट के तहत भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी का गठन भारत में वर्ष 1920 में हुआ था। रेड क्रॉस के स्वयंसेवक नि:स्वार्थ भावना से विभिन्न प्रकार की आपदाओं में निरंतर अपनी सेवा दे रहे हैं। आज विश्व के 200 से भी अधिक देश यदि किसी एक विचार पर सहमत है तो वह रेड क्रॉस के विचार ।

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विश्व रेडक्रॉस दिवस (World Red Cross Day and Red Crescent Day)

 विश्व रेडक्रॉस दिवस  (World Red Cross Day) पूरे विश्व में 8 मई को मनाया जाता है। रेड क्रॉस (Red cross) के स्वयं सेवक 150 वर्षों से पूरे विश्व में असहाय और पीड़ित मानवता की सहायता के लिए काम करते आ रहे हैं। विश्व रेड क्रॉस दिवस ‘ अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। पार्लियामेंट्री एक्ट के तहत भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी का गठन भारत में वर्ष 1920 में हुआ था। रेड क्रॉस के स्वयंसेवक नि:स्वार्थ भावना से विभिन्न प्रकार की आपदाओं में निरंतर अपनी सेवा दे रहे हैं। आज विश्व के 200 से भी अधिक देश यदि किसी एक विचार पर सहमत है तो वह रेड क्रॉस के विचार ।

क्या है रेड क्रॉस (What is Red Cross) ?

रेड क्रॉस(Red cross) का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है।रेड क्रॉस का प्रमुख उद्देश्य है, रोगियों, घायलों और युद्ध कालीन बंदियों की देखभाल करना। यह एक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसी है। मानव पीड़ा को कम करने की विश्व व्यापी प्रवृत्ति रेड क्रॉस के अंतर्गत आती है। युद्ध मैदान में घायल सैनिकों की चिकित्सा हो या प्राकृतिक आपदा के बीच में फंसे लोग हो या किसी महामारी से पीड़ित लोग हो, रेड क्रॉस ऐसे लोगों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहता है।

रेड क्रॉस(Red cross) की पहचान है, सफेद पट्टी पर लाल रंग का क्रॉस चिन्ह। रेड क्रॉस का यह चिन्ह संपूर्ण विश्व में मानवता की सेवा का प्रतीक बन गया है। विश्व का पहला ब्लड बैंक, अमेरिका में, 1937 में, रेड क्रॉस की पहल पर ही खुला था। रक्तदान जागरूकता अभियान रेड क्रॉस द्वारा ही चलाए गए हैं, जिसके कारण अनेक जानलेवा बीमारियों जैसे- थैलेसीमिया, एनीमिया और कैंसर आदि से हजारों लोगों को बचाया जा रहा है।

रेड क्रॉस का इतिहास (History of Red Cross)

रेड क्रॉस अभियान के जन्मदाता महान मानवता प्रेमी जीन हेनरी ड्यूनेंट है। जीन हेनरी ड्यूनेंट का जन्म 8 मई 1828 में हुआ था। उन्होंने संपूर्ण विश्व के लोगों को मानवतावादी सेवक के रूप में स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। ड्यूनेन्ट ने समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया। सेवा के लिए उन्होंने जिस समिति का गठन किया था उसे ही “रेड क्रॉस” (Red Cross) का नाम दिया गया। हेनरी ड्यूनेंट को उनके मानव सेवा के कार्यों के लिए 1901 में पहला ‘ नोबेल शांति पुरस्कार’ मिला।

युद्ध में घायल सैनिकों की हालत देखकर हेनरी ड्यूनेंट विचलित हो गए और उन्होंने 9 फरवरी 1863 को जिनेवा में पांच लोगों की एक कमेटी बनाई जिसका नाम था।” इंटरनेशनल कमिटी फॉर रिलीफ टू दी वुंडेड”। ड्यूनेन्ट ने इटली में युद्ध के दौरान रक्तपात का भयानक दृश्य देखा था। उनकी पुस्तक सुवेनिर डी सफेरिनों में युद्ध क्षेत्र में चिकित्सकी सहायता के अभाव में मृत्यु की ओर अग्रसर घायलों का हृदय विदारक विवरण मिलता है। ड्यूनेन्ट के प्रयास से युद्ध में घायलों के उपचार हेतु साधनों के अध्ययनार्थ एक आयोग मनोनीत किया गया।
पहला रेड क्रॉस(Red cross) दिवस 8 मई 1948 को मनाया गया था। 1948 में आधिकारिक तौर पर इसे विश्व रेडक्रॉस और रेड क्रिसेंट डे( Red Crescent Day) का नाम दिया गया था।

भारतीय रेड क्रॉस (Indian Red Cross)

भारत में वर्ष 1920 में पार्लियामेंट्री एक्ट के तहत भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी का गठन हुआ। उस समय इस संस्था के लिए एक करोड़ रुपया दान मिला था। जो इस संस्था का मूलधन बना। बंगाल की भुखमरी से लेकर कई प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं में रेड क्रॉस सहायता के लिए सदैव तत्पर रहा है। भारत में इसकी 18 से भी अधिक प्रांतीय संस्थाएं और 412 से अधिक जिला शाखाएं स्थापित हो चुकी हैं।

रेड क्रॉस सोसाइटी के सिद्धांत

रेड क्रॉस सोसाइटी कुछ सिद्धांतों के आधार पर कार्य करता है ये सिद्धांत – 

  • निष्पक्षता – रेड क्रॉस का प्रथम और महत्वपूर्ण उद्देश्य,लोगों को उनकी आवश्यकता के आधार पर मदद करना और संकट के समय सबसे जरूरी चीजों को प्राथमिकता देना है। उसमें राष्ट्रीय,धार्मिक विश्वास, वर्ग नस्ल या राजनीति के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए।
  • मानवता- रेड क्रॉस के मानवता के सिद्धांत के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति के बीच आपसी सहयोग दोस्ती और समझ को बढ़ावा देना चाहिए। इसका मुख्य उद्देश्य जीवन की रक्षा करना और मानव सम्मान की रक्षा सुनिश्चित करना है।
  • स्वतंत्रता- यह एक स्वतंत्र आंदोलन है। राष्ट्रीय समाज को अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए जिससे वे आंदोलन के सिद्धांतों के अनुसार कार्य कर सकें।
  • तटस्थता- तटस्थता के सिद्धांत का मुख्य उद्देश्य है सहायता प्रदान करने में तटस्थ रहना। इस आंदोलन में राजनीतिक, नस्लीय धार्मिक या वैचारिक विवादों का प्रभाव नहीं होना चाहिए।
  • स्वैच्छिक सेवा- रेड क्रॉस के अंतर्गत अपनी इच्छा से कार्य किया जाता है, और यह कार्य किसी भी प्रकार से लाभ की इच्छा से प्रेरित नहीं होता है।
  • सार्वभौमिकता- अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट आंदोलन के अंतर्गत प्रत्येक समाज और प्रत्येक व्यक्ति के लिए समान स्थिति है। इसमें एक दूसरे की सहायता के लिए दुनिया भर में समान कर्तव्यों को साझा किया जाता है।

क्या है रेड क्रॉस सोसाइटी के कार्य

रेड क्रॉस प्राथमिक चिकित्सा, आपातकालीन प्रतिक्रिया, प्राकृतिक आपदाओं, स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल प्रदान करना शरणार्थी सेवाओं की तैयारी करना एवं खोए हुए परिवारों को ढूंढने में लोगों की मदद करता है। रेड क्रॉस का मुख्य कार्य है रक्त संग्रह करना। विश्व का पहला ब्लड बैंक रेड क्रॉस की पहल पर अमेरिका में 1937 में खुला था।

रेड क्रॉस समारोह का आयोजन

मानवीय गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने और बढ़ावा देने के लिए रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति और उसके सदस्यों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन रेड क्रॉस सोसाइटी लोगों को अपने जीवन की रक्षा करने और पीड़ितों, घायलों एवं असहायों की गरिमा का ख्याल रखने के लिए प्रेरित करती हैं। रेड क्रॉस संगठनों के सभी वर्ग प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, भूकंप आदि से पीड़ित एवं घायलों की सहायता के लिए तथा उनके जीवन को खतरे की स्थिति से बचाने के लिए विश्व रेड क्रॉस दिवस मनाया जाता है।

विश्व रेड क्रॉस दिवस का उद्देश्य (Objectives of World Red Cross Day)

विश्व रेडक्रॉस दिवस (World Red Cross Day) बनाने का मुख्य उद्देश्य है, विश्व भर में शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखना। इसके अतिरिक्त महामारी एवं आपदाओं से पीड़ित लोगों की मृत्यु दर को कम करना भी इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है। आपात स्थिति में सुरक्षा प्रदान करने तथा संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों को संभालने के लिए विश्व रेड क्रॉस दिवस (World Red Cross Day) मनाया जाता है। किसी भी युद्ध में सैनिकों के घायल होने पर रेड क्रॉस द्वारा डॉक्टर और नसों की हर प्रकार से सहायता की जाती है। वर्ल्ड रेड क्रॉस(World Red Cross) द्वारा पीड़ितों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है। इस दिन रक्तदान एवं एनीमिया शिविरों का आयोजन किया जाता है। विश्व रेड क्रॉस दिवस पर कई राज्यों में अनुभवी सदस्यों द्वारा कई सेमिनार आयोजित किए जाते हैं।

अतः यह स्पष्ट है की विश्व रेड क्रॉस दिवस(World Red Cross Day)) युद्ध से प्रभावित लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए एवं प्राकृतिक आपदाओं से लोगों की मदद करने के लिए मनाया जाता है। वर्ल्ड रेड क्रॉस आत्म जागरूकता को भी बढ़ावा देता है। रेड क्रॉस न केवल जीवन रक्षा करता है बल्कि वित्तीय सहायता भी प्रदान करता है।