July 27, 2024

स्वाति मालीवाल के साथ 13 मई को हुई घटना का क्या है सच? जिसको लेकर घिरे सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट के मामले में आम आदमी पार्टी, मुख्यमंत्री और उनके निजी सचिव विभव कुमार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं

13 मई की घटना के बाद स्वाति मालीवाल की हालत ऐसी है कि जब वह वारदात के चार दिन बाद 17 मई को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत अपना बयान दर्ज करवाने पहुंची तब वह ठीक से चल भी नहीं पा रही थी। सवाल यह है कि 13 मई को मुख्यमंत्री केजरीवाल से मिलने पहुंची स्वाति के साथ सीएम हाउस में मारपीट और बदसुलूकी क्यों हुई? सीएम के पीएस विभव कुमार ने क्यों उन पर हमला किया? और क्यों उन्हें सीएम हाउस से बाहर फिंकवाने की धमकी दे डाली?

क्या है पूरी घटना ?

स्वाति मालीवाल द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक स्वाति मालीवाल अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके घर सुबह 9:00 बजे पहुंची। वह सबसे पहले सीएम के कैंप ऑफिस में गई इसके बाद उन्होंने सीएम के पीएस विभव कुमार को कॉल किया था लेकिन बात नहीं हो सकी। इसके बाद उन्होंने विभव के मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज भी भेजा लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। क्योंकि विभव कुमार वहां मौजूद नहीं था। इसके बाद वह पहले की तरह ही मेन दरवाजे से सीएम हाउस के रेजिडेंशियल एरिया में चली गई। तब तक उन्हें ड्राइंग रूम में बैठने के लिए कहा गया। बताया गया कि मुख्यमंत्री घर में ही है और जल्द ही उनसे मिलने आएंगे। इससे पहले की सीएम केजरीवाल उनके पास आते, उनके पीएस विभव कुमार धक्के के साथ कमरे में घुस आए और बिना किसी उकसावे के उनके साथ गाली गलौज की। यहां तक की बिना किसी उकसावे की ही उनसे मारपीट भी की।

अपने बयान में स्वाति मालीवाल ने कहा कि विभव ने सात- आठ थप्पड़ मारा जिससे वह बुरी तरह घबरा गईं और मदद के लिए चिल्लाने लगीं। उन्होंने किसी तरह अपने पैरों से विभव को दूर करने की कोशिश की लेकिन इसके बाद विभव फिर उन पर झपट पड़ा और उन्हें घसीटने लगा। विभव ने जानबूझकर उनकी शर्ट ऊपर कर दी। जिससे शर्ट के बटन खुल गए। स्वाति इस मारपीट में जमीन पर गिर पड़ी और उनका सिर ड्राइंग रूम में लगे सेंटर टेबल में जा लगा। वह मदद के लिए चीखती चिल्लाती रहीं। विभव ने स्स्वाति के सीने, पेट और पेट के निचले हिस्से में लातों से मारा। स्वाति के मुताबिक उन्हें इस मारपीट के कारण भयानक दर्द हो रहा था। वह विभव को बार-बार रुकने के लिए कह रही थी। स्वाति ने किसी तरह खुद को विभव कब्जे से छुड़ाया और जमीन पर गिरे अपने चश्मे को उठाकर सोफे पर बैठ गई। वहीं बैठे-बैठे दिल्ली पुलिस को 112 नंबर पर फोन कर इस वारदात की शिकायत की। इतना होने के बावजूद विभव कुमार ने उन्हें फिर से जान से मारने की धमकी दी और जब विभव ने देखा कि स्वाति ने पुलिस को फोन कर दिया है तो वह कमरे से बाहर निकल गए।

इतना सब कुछ होने के बाद भी स्वामी ने उसे दिन पुलिस में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई। यहां तक की पुलिस स्टेशन भी गईं लेकिन वापस लौट आईं। तीन दिन बाद जाकर उन्होंने बयान दर्ज कराया तब पुलिस ने विभव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।

इन धाराओं में दर्ज हुई है FIR?

फिलहाल इस एफआईआर में विभव के खिलाफ आईपीसी की धारा 308 यानी गैर इरादतन हत्या की कोशिश, 323 मारपीट करना, 341 गलत तरीके से रोकना, 354 शीलभंग की नीयत से हमला, 354B महिला को निर्वस्त्र करने की कोशिश, 506 आपराधिक धमकी और 509 महिला के शील हरण की कोशिश के इल्जाम में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।

विभव कुमार गिरफ्तार

विभव कुमार के खिलाफ FIR दर्ज करने के एक दिन बाद ही आज दोपहर विभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

क्या विभव कुमार को सजा मिलेगी ?

कानून के जानकारों की माने तो विभव कुमार ने जो भी अपराध किए हैं यह गंभीर हैं और यह सभी आरोप साबित हो जाते हैं तो विभव कुमार को कठोर से कठोर सजा मिल सकती है।

वही स्वाति ने अपने साथ हुए ज्यादती को लेकर अदालत में मजिस्ट्रेट के सामने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत अपना बयान दर्ज करवा दिया है। 164 के तहत दिया गया बयान सबसे महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह बयान मजिस्ट्रेट के सामने रिकॉर्ड होता है। इसमें किसी प्रकार का कोई दबाव बयान देने वाले के ऊपर नहीं होता है।

दिल्ली पुलिस एक्शन मोड में

स्वाति मालीवाल की FIR के बाद और मजिस्ट्रेट को दिए बयान के बाद दिल्ली पुलिस भी पूरी तरह से एक्शन मोड में आ चुकी है।पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को संरक्षित करने के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा है। कैमरों की डीवीआर को पुलिस कब्जे में लेकर एफएसएल जांच के लिए भेजेगा।

पुलिस ने शुक्रवार को मजिस्ट्रेट के सामने स्वाति मालीवाल के बयान दर्ज कराया। सीएम आवास पर ले जाकर क्राइम सीन को रीक्रिएट किया। पुलिस ने सीएम आवास पर 13 मई की घटना को लेकर सीन रीक्रिएट कराया। इस दौरान स्वाति मालीवाल भी मौजूद रहीं। उन्होंने मालीवाल से पूरे घटनाक्रम को दोहराने को कहा। इसकी वीडियो ग्राफी भी कराई गई है।