July 27, 2024

पाकिस्तान के विदेश मंत्री हिना रब्बानी के भारत विरोधी बयानों पर एस जयशंकर का पलटवार (EAM S Jaishankar Hits Back at Hina Rabbani Khar)

Janpanchayat NEWS: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने कहा कि दुनिया पाकिस्तान को आतंकवाद के केंद्र के रूप में देखती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि दो साल की कोविड महामारी के बाद वैश्विक समुदाय यह नहीं भूला कि आतंकवाद की जड़ कहां है। इस जयशंकर ने पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी (Hina Rabbani) के बयान पर यह पलटवार किया और पाकिस्तान को आईना दिखाया। उन्होंने कहा कि मेरी पाकिस्तान को सलाह है कि अपनी हरकतों में सुधार करें और अच्छा पड़ोसी बने। पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी ने भारत पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। उनके इस आरोप पर न्यू यॉर्क में पत्रकारों से बातचीत में एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करें क्योंकि आतंकवाद की जड़ें पाकिस्तान में ही है।

Hinna Rabbani & S Jaisshankar : Latest hindi NEWS

Janpanchayat NEWS: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने कहा कि दुनिया पाकिस्तान को आतंकवाद के केंद्र के रूप में देखती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि दो साल की कोविड महामारी के बाद वैश्विक समुदाय यह नहीं भूला कि आतंकवाद की जड़ कहां है। इस जयशंकर ने पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी (Hina Rabbani) के बयान पर यह पलटवार किया और पाकिस्तान को आईना दिखाया। उन्होंने कहा कि मेरी पाकिस्तान को सलाह है कि अपनी हरकतों में सुधार करें और अच्छा पड़ोसी बने। पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी ने भारत पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। उनके इस आरोप पर न्यू यॉर्क में पत्रकारों से बातचीत में एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करें क्योंकि आतंकवाद की जड़ें पाकिस्तान में ही है।
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने बुधवार को परिषद की खुली बहस में संशोधित बहुपक्षवाद पर कश्मीर का मुद्दा उठाया था। इसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जिस देश ने अलकायदा के पूर्व सरगना ओसामा बिन लादेन को सुरक्षित पनाहगाह दी और अपने पड़ोसी देश की संसद पर हमला किया उसे संयुक्त राष्ट्र की शक्तिशाली संस्था में उपदेश देने का कोई अधिकार नहीं है। एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि हम फिर से न्यू यॉर्क के 9/11 या मुंबई के 26/11 को दोहराने नहीं दे सकते।