11 Best Tourist Places To Visit In Ayodhya (अयोध्या के 11 प्रमुख पर्यटन स्थल) : 1. राम की पैड़ी 2.नागेश्वर नाथ मंदिर 3.देवकाली मंदिर 4.हनुमानगढ़ी मंदिर 5.कनक भवन 6.गुलाब बाड़ी 7. जैन श्वेतांबर मंदिर 8. बिरला मंदिर 9.त्रेता के ठाकुर 10.तुलसी स्मारक भवन 11. बहु बेगम का मकबरा
अयोध्या के 11 प्रमुख पर्यटन स्थल (11 Best Tourist Places To Visit In Ayodhya )
अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल है। श्री राम जन्मभूमि पर प्राचीन श्री राम मंदिर को तोड़कर मुगलों ने बाबरी मस्जिद बनाई थी लेकिन इस बाबरी मस्जिद को तोड़कर वहां भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण मुख्य्मंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के कार्यकाल में करवाया गया है, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी ने 2020 में ही कर दिया था और यह मंदिर अब बन कर तैयार हो गया है, जिसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जुलाई 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों ही होगी। अयोध्या का श्री राम मंदिर भारत ही नहीं अपितु विश्व के भव्य मंदिरों में से एक है। यहां देश ही नहीं अपितु विदेशों से भी पर्यटक आते हैं।
आइये देखते हैं अयोध्या के 11 प्रमुख पर्यटक स्थलों के बारे में : (Here are 11 Best Places to visit In Ayodhya Dhaam)
1.राम की पैड़ी (Ram Ki Paidi, Ayodhya)
राम की पैड़ी सरयू नदी के किनारे स्थित घाटों की एक श्रृंखला है। ऐसी मान्यता है कि यहां स्नान करने से पाप धुल जाते हैं। पूर्णिमा और दीपावली पर इस घाट की सुंदरता देखते ही बनती है। दीपावली पर राम की पैड़ी पर लाखों की संख्या में दीपक जलाया जाता है।
2.नागेश्वर नाथ मंदिर (Nageshwarnath Mandir, Ayodhya)
नागेश्वर नाथ मंदिर राम की पैड़ी में स्थित है। कहा जाता है कि भगवान राम के पुत्र कुश का स्नान करते समय बाजूबंद खो गया था जो एक नाग कन्या ने वापस किया, लेकिन वह कन्या कुश पर मोहित हो गई थी। वह कन्या शिव भक्त थी। अतः उस नागकन्या के लिए कुश ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। राजा विक्रमादित्य के शासनकाल तक यह मंदिर अच्छी स्थिति में था। नवाब सफदरगंज के मंत्री नवल राय द्वारा 1750 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया। इस मंदिर में शिवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
3. देवकाली मंदिर, अयोध्या (Devkali Mandir, Ayodhya)
देवकाली मंदिर का उल्लेख रामायण में मिलता है। देवकाली मंदिर के बारे में मान्यता है की माता सीता गिरिजा देवी की मूर्ति लेकर अयोध्या आई थी। उस मूर्ति की स्थापना के लिए राजा दशरथ ने एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया था। उस मंदिर में माता सीता प्रतिदिन मां गिरिजा की पूजा करती थी। माता देवकाली की भव्य प्रतिमा आज भी यहां स्थापित है, जो पर्यटन का प्रमुख आकर्षण केंद्र है।
4.हनुमानगढ़ी मंदिर, अयोध्या (Shri Hanuman Garhi Mandir, Ayodhya)
अयोध्या रेलवे स्टेशन से 1 किलोमीटर दूरी पर भगवान हनुमान को समर्पित मंदिर स्थित है, जिसका निर्माण विक्रमादित्य द्वारा करवाया गया था। यही मंदिर आज हनुमानगढ़ी के नाम से प्रसिद्ध है। मंदिर के प्रांगण में माता अंजनी की गोद में बैठे हुए बाल हनुमान को दर्शाया गया है। ऐसी मान्यता है कि पवन पुत्र हनुमान अयोध्या के रक्षक के रूप में कोतवाल की भूमिका निभाते हैं।
5.कनक भवन (Kanak Bhavan, Ayodhya)
कनक भवन को माता कैकयी ने भगवान राम और माता सीता को उपहार स्वरूप दिया था। राम जन्मभूमि के उत्तर में स्थित यह मंदिर अपनी कलाकृति के लिए प्रसिद्ध है, जिसका जीर्णोद्धार पहले राजा विक्रमादित्य एवं बाद में भानु कुमारी ने कराया था। इस मंदिर के मुख्य गर्भ गृह में भगवान राम, माता सीता की प्रतिमा स्थापित है।
गुलाब बाड़ी फैजाबाद में स्थित है। अवध के तीसरे नवाब शुजा – उद- दौला की कब्र भी इसके प्रांगण में स्थित है। यह स्मारक चारबाग शैली में बनाया गया है। यहां विभिन्न प्रजातियों के गुलाब फव्वारों के चारों तरफ लगाए जाते हैं।इसके केंद्र में मकबरा और चारों तरफ फव्वारे एवं पानी की लहरें हैं। गुलाब बाड़ी मात्र ऐतिहासिक स्मारक नहीं अपितु इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है।
7.जैन श्वेतांबर मंदिर (Jain Shwetambar Mandir, Ayodhya)
अयोध्या नगरी का जैन धर्म में भी विशेष स्थान है। जैन धर्म के पांच तीर्थंकरों, आदिनाथ, अजित नाथ, अभिनंद नाथ, सुमति नाथ, एवं अनंतनाथ की जन्मस्थली होने का गौरव अयोध्या नगरी को प्राप्त है। उनकी स्मृति में फैजाबाद के नवाब के कोषाध्यक्ष ने यहां पांच मंदिरों का निर्माण करवाया था। दिगंबर जैन मंदिर प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव को समर्पित है जिन्हें आदिनाथ,पुरदेव, वृषभदेव एवं आदि ब्रह्म इत्यादि नामों से भी जाना जाता है। आधुनिक समय में अयोध्या के रायगंज नामक स्थान पर ऋषभदेव की 31 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है।
8.बिरला मंदिर (Birla Madir, Ayodhya)
बिरला मंदिर अयोध्या फैजाबाद मार्ग पर स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह भगवान राम और माता सीता को समर्पित मंदिर है। यह मंदिर अयोध्या बस स्टॉप के सामने है।
9.त्रेता के ठाकुर (Treta Ke Thakur, Ayodhya)
अयोध्या के नया घाट के पास स्थित त्रेता के ठाकुर मंदिर का निर्माण 300 साल पहले उस समय के राजा कुल्लू द्वारा किया गया था। त्रेता के ठाकुर मंदिर में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान सहित कई मूर्तियां हैं, जिन्हें एक ही काले बलुआ पत्थर से तराशा गया है। यह मंदिर वर्ष में केवल एकादशी के दिन जनता के लिए खुला रहता है।
तुलसी स्मारक भवन का निर्माण 1969 में हुआ था। तुलसी स्मारक भवन वह स्थान है जहां तुलसीदास ने श्री रामचरितमानस की रचना की थी। स्मारक में ‘अयोध्या अनुसंधान संस्थान’ नामक शोध केंद्र भी है। इसका उपयोग अयोध्या के बारे में साहित्यिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जानकारी के अध्ययन और महत्व को जानने के लिए किया जाता है।
11.बहु बेगम का मकबरा (Bahu Begum ka maqbara, Ayodhya)
बहु बेगम का मकबरा नवाब शुजा- उद- दौला की पत्नी और रानी दुल्हन बेगम अल्मतुजोहरा बानो को समर्पित अद्वितीय मकबरा है। यह फैजाबाद में सबसे ऊंचा मकबरा स्मारक है। यह स्थान उत्कृष्ट पर्यटन स्थल है।