December 23, 2024
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तिरुवनंतपुरम से भाजपा के लिए पहली बार चुनाव लड़ने वाले कौन हैं राजीव चंद्रशेखर ?: Thiruvananthapuram, Lok Sabha Election 2024

Thiruvananthapuram, Lok Sabha Election 2024 : 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने तिरुवनंतपुरम से राजीव चंद्रशेखर को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। तिरुवनंतपुरम से भाजपा उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर पार्टी की उम्मीदों का भी प्रतीक हैं। वह केरल में राष्ट्रवाद और हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता हैं। राजीव चंद्रशेखर का यह पहला लोकसभा चुनाव है।

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Thiruvananthapuram, Lok Sabha Election 2024 : 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने तिरुवनंतपुरम से राजीव चंद्रशेखर को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। तिरुवनंतपुरम से भाजपा उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर पार्टी की उम्मीदों का भी प्रतीक हैं। वह केरल में राष्ट्रवाद और हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता हैं। राजीव चंद्रशेखर का यह पहला लोकसभा चुनाव है।

यहां इन्हें खुद को जनता की पसंद बनाने के लिए कड़ा इम्तिहान देना पड़ रहा है। राजीव का अच्छा प्रदर्शन भाजपा के लिए केरल में नए रास्ते खोल सकता है, लेकिन फिलहाल वह एक ऐसी लड़ाई में उलझे हैं जहां उनका सामना अपने ही समान बौद्धिक छवि और बड़े कद के नेता शशि थरूर से हो रहा है। वही वाम प्रत्याशी ने पूरे मामले को त्रिकोणीय बना दिया है लेकिन सब की निगाहें इन दो चेहरों पर ही है।

कांग्रेस के शशि थरूर को टक्कर देने वाले भाजपा प्रत्याशी राजीव चंद्रशेखर कौन है? आईए जानते हैं –

कौन हैं राजीव चंद्रशेखर (Who is Rajeev Chandrasekhar)?

59 साल के राजीव चंद्रशेखर का जन्म अहमदाबाद में हुआ और वह मूल रूप से केरल के रहने वाले हैं। चंद्रशेखर ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के बाद अमेरिका से कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स डिग्री प्राप्त की। उनके परिवार में पत्नी अंजू चंद्रशेखर के अलावा बेटा वेद और बेटी देविका हैं।राजीव पहले पेशे से इंजीनियर थे और बाद में आंत्रप्रेन्योर बने। इसके बाद इन्होंने राजनीति का रुख किया। 1988 में उन्होंने इंटेल ग्रुप से अपना करियर शुरू किया था। 1991 में भारत लौटकर राजीव चंद्रशेखर बीपीएल समूह से जुड़ गए और 1994 में उन्होंने बीपीएल मोबाइल की शुरुआत की।

शशि थरूर के खिलाफ लड़ रहे हैं चुनाव

राजीव चंद्रशेखर तिरुवनंतपुरम लोक सभा सीट पर मौजूदा सांसद शशि थरूर और सीपीआई एलडीएफ के उम्मीदवार पन्नियन रविंद्रन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। राजीव पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। तकनीकी विशेषज्ञ और सिलिकॉन वैली में एक व्यापक साम्राज्य खड़ा करने में सक्षम राजीव चंद्रशेखर ने एक जनसेवक बनने की राह चुनी। उनकी यह यात्रा काफी लंबी और उतार चढ़ाव वाली रही है।

राष्ट्रवाद और केरल में हिंदुत्व का चेहरा बनने से पहले राजीव स्वतंत्र रूप से सामाजिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों की आवाज के रूप में पहचाने जाते थे। इंटरनेट पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मसला हो या बाल यौन शोषण के खिलाफ पहल, उन्होंने मुद्दों को अलग-अलग फोरम के साथ संसद में भी मुखरता से उठाया। वर्ष 2006 से लेकर निरंतर शासन सुधार, सशस्त्र बल के जवानों और उनके परिवार के कल्याण और कम उम्र के ग्राहकों को शराब परोसने से जुड़े मसलों पर उनकी आवाज का काफी असर हुआ। कारगिल के दौरान कप्तान सौरव कालिया के साथ क्रूरता के मामले को राजीव चंद्रशेखर ने इतनी मुखरता से उठाया कि उसकी आवाज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों तक गूंजी।

राजीव चंद्रशेखर का सियासी सफर कर्नाटक से शुरू हुआ वह 2018 तक राज्यसभा में स्वतंत्र सदस्य थे। 2018 में वह भाजपा की तरफ से कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्यसभा के लिए चुने गए। 2020 में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने। 2021 में उन्हें कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री बनाया गया।

राजीव चंद्रशेखर का राजनीतिक सफर

  1. राजीव चंद्रशेखर 2006 में शहरी बेंगलुरु कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्यसभा के लिए चुने गए।
  2. 2008- 2009 में उन्होंने फिक्की फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सबसे युवा अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
  3. 2012 में सर्वसम्मति से राज्यसभा में दूसरे कार्यकाल के लिए पुनः निर्वाचित हुए ।
  4. दिसंबर 2012 फ्लेग्स ऑफ ऑनर फाउंडेशन और डॉक्टर एनके कालिया ने कप्तान सौरव कालिया पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में याचिका दायर की ।
  5. 2013 में एएसके नागरिकों को सीधे संसद में अपनी आवाज उठाने के लिए एक अवसर देने के लिए एक ऑनलाइन अभियान प्रारंभ किया ।
  6. मार्च 2014 में सशस्त्र बलों के मताधिकार के लिए राजीव चंद्रशेखर की लड़ाई में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सशस्त्र बलों को मताधिकार प्रदान करने के साथ जीत हुई।
  7. मार्च 2015 में इंटरनेट पर अभिव्यक्ति और भाषण की आजादी के लिए राजीव चंद्रशेखर के संघर्ष के परिणाम स्वरुप उच्चतम न्यायालय ने सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम के अनुच्छेद 66 क को निरस्त किया
  8. जुलाई 2015 में राजीव चंद्रशेखर के हस्तक्षेप से कम आयु के लोगों को शराब परोसने वाले आउटलेट्स के खिलाफ कार्रवाई की गई।
  9. सितंबर 2015 में वन रैंक वन पेंशन की घोषणा हुई जिसके लिए राजीव चंद्रशेखर 2006 के बाद से लगातार संघर्ष करते रहे और जिसकी रक्षा मंत्री द्वारा औपचारिक रूप से घोषणा की गई।
  10. नवंबर /दिसंबर 2015 में राजीव चंद्रशेखर ने बाल यौन शोषण को समाप्त करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने का आह्वान किया और बच्चों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय गठबंधन बनाए।
  11. 2018 में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद के रूप में निर्वाचित हुए।
  12. सितंबर 2020 में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में नियुक्त हुए ।
  13. फरवरी 2021 में पुडुचेरी चुनाव के सह प्रभारी के रूप में नियुक्त हुए।
  14. जुलाई 2021 में कौशल विकास और उद्यम शीलता मंत्रालय तथा इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री के रूप में कार्य भार संभाला

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