Radha Mohan Singh को भाजपा ने पूर्वी चंपारण से फिर उतारा चुनावी मैदान में: Purvi Champaran (Motihari)
About Radha Mohan Singh (MP, Purvi Champaran):
Bihar News, Radha Mohan Singh, Purvi Champaran (Motihari): बिहार की राजनीति में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा चुके राधा मोहन सिंह एक भारतीय राजनीतिज्ञ एवं भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। राधा मोहन सिंह सितंबर 2020 से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक रहे हैं। मोदी की पहली कैबिनेट में राधा मोहन केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रह चुके हैं। वे 9वीं 11वीं 13वीं 15वीं और 16वीं लोकसभा के सांसद निर्वाचित हुए हैं। राधा मोहन सिंह 2006 से 2009 तक भाजपा की बिहार राज्य इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्तमान में राधा मोहन सिंह रेलवे के संसदीय स्थाई समिति के अध्यक्ष, राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी बीजेपी और यूपी बीजेपी के प्रभारी हैं तथा वर्तमान में बिहार के पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) से लोकसभा सांसद हैं।
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भी राधा मोहन सिंह को बिहार के पूर्वी चंपारण से टिकट दिया गया है। पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री रह चुके Radha Mohan Singh की दावेदारी यहां मजबूत मानी जा रही है। चंपारण से राधामोहन सिंह 9 बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके और 6 बार जीत चुके हैं। पूर्वी चंपारण में भाजपा का गढ़ बनाने में राधा मोहन का अहम योगदान रहा है।
आइए जानते हैं राधामोहन सिंह के राजनीतिक सफर के बारे में –
राधा मोहन सिंह का जन्म 1 सितंबर 1949 को बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के नरहा पानापुर में हुआ था। उनके पिता का नाम वैद्यनाथ सिंह था। राधा मोहन जी युवावस्था से ही आरएसएस के सक्रिय सदस्य रहे हैं। जनसंघ और भाजपा का सदस्य बनने के बाद उन्होंने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की। राधा मोहन सिंह का विवाह शांति देवी से हुआ था। उनकी दो बच्चे हैं। राधा मोहन जी ने एम एस कॉलेज बिहार विश्वविद्यालय मोतिहारी से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की।
राधा मोहन जी का राजनीतिक जीवन
राधा मोहन जी का राजनीतिक सफर शानदार रहा है। अपने राजनीतिक सपनों को पूरा करते हुए वे अपनी जड़ों से जुड़े रहे और खेती किसानी करते रहे। राधा मोहन जी एक बेहद अनुभवी भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिन्हें सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण के साथ भारतीय जनता पार्टी में भागीदारी के लिए प्रसिद्धि प्राप्त है। वह लगातार राज्य और केंद्र सरकार में विभिन्न प्रभावशाली पदों पर कार्य कर चुके हैं।
वर्तमान में राधा मोहन सिंह जी रेलवे के लिए संसदीय स्थाई समिति के अध्यक्ष एवं भाजपा के लिए चुनाव अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं साथ ही यूपी बीजेपी के प्रभारी के पद पर भी कार्यरत हैं।
राधा मोहन जी की राजनीतिक यात्रा 1980 के दशक में शुरू हुई जब उन्होंने बिहार में पूर्वी चंपारण निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए लोकसभा में संसद सदस्य के रूप में कार्य किया। इन वर्षों में उन्होंने कई चुनाव जीते और भाजपा पार्टी में एक प्रभावशाली नेता के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त की।
2014 में Radha Mohan Singh जी के राजनीतिक कैरियर में आया निर्णायक मोड़
राधा मोहन सिंह के राजनीतिक कैरियर में एक निर्णायक क्षण तब आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार में उन्हें कृषि और किसान कल्याण मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। मई 2014 से मई 2019 तक वह इस पद पर बने रहे।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रहते हुए राधा मोहन सिंह की उपलब्धियां
कृषि मंत्री के रूप में राधा मोहन सिंह ने कृषि और ग्रामीण विकास से संबंधित प्रमुख नीतियों और पहलुओं को आकार देने और लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास किया, जिनमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना जैसी पहल शामिल है।
राधा मोहन सिंह ने टिकाऊ और आधुनिक कृषि पद्धतियों का प्रबल समर्थन किया। उन्होंने एक ऐसे भविष्य की कल्पना की जहां भारतीय कृषि फल- फूल सके। जहां किसानों को मेहनत का उचित सम्मान मिले और किसानों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान नवीन उपाय के माध्यम से किया जा सके।
कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उनके समर्पण ने उन्हें देश के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रसिद्ध और सम्मानित व्यक्ति के रूप में स्थापित कर दिया। भारतीय कृषि में उनके योगदान ने ऐसा प्रभाव छोड़ा की राधा मोहन सिंह भाजपा में एक प्रमुख नेता और भारत में नि:स्वार्थ सार्वजनिक सेवा के प्रतीक बन गए।
भारत सरकार में कृषि और किसान कल्याण मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान महत्वपूर्ण सुधार और उपाय किए गए जैसे –
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
- ई – नाम (राष्ट्रीय कृषि बाजार)
- परंपरागत कृषि विकास योजना (PKVY)
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY)
- फसल विविधीकरण को बढ़ावा
- कृषि अवसंरचना विकास निधि(AIDF)
- किसानों का कल्याण और समर्थन
- कृषि क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाना
- राष्ट्रीय गोकुल मिशन
- रफ्तार के तहत नवाचार और कृषि उद्यमिता
राजनीतिक घटनाक्रम
- Radha Mohan Singh ने 1967 में विभिन्न विभिन्न पदों के सचिव के रूप में कनिष्ठ पदों पर कार्य करते हुए राजनीति में कदम रखा और राजनीतिक जीवन को ऊंचाइयों तक ले गए।
- 1989 में वे पहली बार बिहार के मोतिहारी निर्वाचन क्षेत्र से 9वीं लोकसभा में चुने गए उन्होंने सीपीआई की कमला मिश्रा मधुकर बोली को 78,111 मतों के अंतर से हराया।
- 1990 से लेकर 3 साल तक राधा मोहन सिंह जी ने बिहार में भाजपा के महासचिव के रूप में कार्य किया।
- 1996 में वे मोतिहारी से 11वीं लोकसभा में चुने गए जहां उन्होंने सीपीआई के अब्दुल मोघानी कैफी को 1,27,890 मतों के अंतर से हराया। हालांकि बाद के चुनाव में वे राजद की रामदेवी से हार गए।
- 1999 में राधामोहन सिंह जी 13वीं लोकसभा के लिए फिर से चुने गए जहां उन्होंने मोतिहारी से अपनी पूर्व प्रतिद्वंदी राम देवी को 21,670 मतों से के अंतर से हराया। हालांकि वह 14वीं लोकसभा सीट नहीं जीत सके।
- 2004 में उन्हें 1 साल के लिए भाजपा किसान मोर्चा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
- 2006 में राधा मोहन सिंह बिहार में भाजपा के राज्य अध्यक्ष बने।
- 2009 में राधा मोहन सिंह जी पूर्वी चंपारण निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए फिर से चुने गए। उन्होंने राजद के अखिलेश प्रसाद सिंह को 79,290 मतों के अंतर से हराया।
- 2014 में राधा मोहन सिंह जी को फिर से पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट से चुना गया। यह उनका पांचवा कार्यकाल था। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने चंपारण से राजद के विनोद कुमार श्रीवास्तव को हराया।
- 2015 में उन्हें केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, कृषि और किसान कल्याण के रूप में काम करने के लिए कैबिनेट में शामिल किया गया।
- 2019 में भी राधा मोहन सिंह ने लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से बीएलएसपी के प्रत्याशी आकाश कुमार को 30% मतों के अंतर से हराया।
- 2024 के लोकसभा चुनाव में भी राधा मोहन सिंह जी को बिहार के पूर्वी चंपारण से टिकट दिया गया है।
राधा मोहन सिंह राजनीति के अतिरिक्त कई ट्रस्ट से जुड़े हुए हैं जिनमें बैद्यनाथ सेवा ट्रस्ट, रिक्शा चालक कल्याण समिति, मोतिहारी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति शामिल है।
राधा मोहन सिंह का राजनीति में लगातार बढ़ता कद
एक राजनेता के रूप में राधा मोहन सिंह के कद में लगातार वृद्धि देखी गई है। 2009 में जहां उन्होंने 79,290 वोटो के अंतर से जीत दर्ज की वही 2014 के चुनाव में जीत का यह अंतर बढ़कर 1,92,163 हो गया ।केंद्रीय नेतृत्व में राधा मोहन की छवि एक नायक के रूप में उभरी है।
Reference : https://en.wikipedia.org/wiki/Radha_Mohan_Singh