October 18, 2024
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क्या है सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस? जिससे जूझ रही हैं गायिका अलका याग्निक: Sensorineural Hearing Loss (SNHL)

क्या है सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस? जिससे जूझ रही हैं गायिका अलका याग्निक: Sensorineural Hearing Loss

Sensorineural Hearing Loss (सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस), Health Blogs: गायिका अलका याग्निक ने लोगों को तेज संगीत और शोर से बचने की सलाह देते हुए बताया कि वह सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस (Sensorineural Hearing Loss) से जूझ रही हैं। उन्हें यह समस्या वायरस अटैक के कारण हुई थी। कानों की सेहत बिगड़ने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें तुरंत उपचार की भूमिका अहम होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार तेज शोर के बीच रहने के कारण आज 110 करोड़ युवाओं की सुनने की क्षमता सामान्य नहीं रह गई है।

इसका कारण है कि अधिकतर लोग कानों की सेहत को उतनी गंभीरता से नहीं लेते जितना कि उन्हें लेना चाहिए। इतना ही नहीं विश्व के लगभग 20% लोग सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस का सामना कर रहे हैं।

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लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्या है सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस? यह क्यों होता है? इसके लक्षण क्या है ?और क्या है इसका उपचार ? आईए जानते हैं-

क्या है सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस (What is Sensorineural Hearing Loss) ?

सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस तंत्रिका तंत्र से जुड़ी एक ऐसी स्थिति है जिसमें अचानक ही एक कान की सुनने की क्षमता समाप्त हो जाती है। कई मामलों में दूसरे कान की सुनने की क्षमता पर भी असर देखने को मिलता है। यह स्थिति हमारे कान के अंदरूनी हिस्सा या सुनाई देने वाली तंत्रिका में समस्या के कारण होती है। कान से दिमाग तक संदेश पहुंचाने वाली तंत्रिकाओं के क्षतिग्रस्त होने की वजह से धीरे-धीरे या अचानक से सुनने की क्षमता खत्म हो सकती है। इस समस्या को सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस भी कहते हैं।

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सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस का अर्थ है, अचानक सुनने की क्षमता प्रभावित होना, जो 72 घंटे में तेजी से बढ़ती है। यह एक गंभीर स्थिति है और इसे आपात चिकित्सा की तरह लेकर उपचार करना चाहिए।

कितने प्रकार का होता है सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस?

सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस समानत: तीन प्रकार का होता है-

1. एक तरफा (Unilateral)

जब सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस के कारण सिर्फ एक कान की सुनने की क्षमता प्रभावित होती है और पीड़ित दूसरे कान से सामान्य सीमा के भीतर सुन सकता है इसे एकतरफा बहरापन कहते हैं।

2. द्विपक्षीय (biolateral)

जब दोनों कानों से सामान्य सीमा के भीतर सुनना संभव न हो तो उसे द्विपक्षीय बहरापन कहते हैं। इसे उम्र बढ़ाने के साथ जोड़कर देखा जाता है। यह बुजुर्गों में अधिक होती है।

3. विषम (Asymmetrical

जब दोनों कानों से एक ही आवाज अलग-अलग स्तर पर सुनाई दे तो इसे विषम बहरापन कहते हैं। इसमें दोनों कानों की सुनने की क्षमता प्रभावित होती है लेकिन एक में कम और दूसरे में ऐसा ज्यादा होता है।

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सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस के क्या है कारण ? (What are the causes of Sensorineural Hearing Loss) ?

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सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस कई कारण से हो सकता है-

  • उम्र बढ़ने के कारण सुनने की क्षमता प्रभावित होना।
  • आंतरिक कान में बैक्टीरियल या वायरल इनफेक्शन
  • डायबिटीज और उच्च रक्तदाब की समस्या के कारण सुनने की क्षमता पर प्रभाव।
  • सर में लगी किसी चोट के कारण कान की भीतरी संरचना और मस्तिष्क के बीच का तांत्रिक मार्ग क्षतिग्रस्त हो जाना।
  • सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार एंटीबायोटिक्स, ड्यूरेटिक और कीमोथेरेपी के कारण भी सुनने की क्षमता प्रभावित होती है।
  • ध्वनि प्रदूषण सुनने की क्षमता को स्थायी या अस्थयी रूप से नुकसान पहुंचाने का बड़ा कारण है।

सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस के क्या है लक्षण (What are the Symptoms of Sensorineural Hearing Loss)?

सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस के निम्न लक्षण हो सकते हैं-

  • बातचीत के दौरान कम या बिल्कुल सुनाई ना देना।
  • शोर वाली जगह में सुनाई ना देना
  • एक या दोनों कानों में सीटी बजना।
  • कान में भारीपन या दबाव महसूस होना।
  • चक्कर आना या सिर घूमना।

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सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस से बचने के क्या हैं उपाय (What are the Prevention of Sensorineural Hearing Loss) ?

  • लगातार ईयर फोन का इस्तेमाल न करें, नियमित ब्रेक लेते रहें
  • अगर आप ऐसी जगह काम करते हैं जहां बहुत शोर होता है तोe ईयर सेफ्टी डिवाइस पहन कर रखें
  • नियमित व्यायाम करें इससे रक्त का संचरण बेहतर होता है, जिसका असर कानों की सेहत पर भी पड़ता है।
  • संतुलित व पौष्टिक आहार से इम्यून सिस्टम दुरुस्त रखें।
  • रक्तदाब और रक्त शर्करा को सामान्य रखें इनका अनियंत्रित स्तर सुनने की क्षमता को प्रभावित करता है।
  • धूम्रपान शराब और नशीली दवाओं से बचें।
  • घर में सुनने की समस्या का इतिहास है तो नियमित जांच करवाते रहें।

क्या तेज संगीत सुनने से भी हो सकता है सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस

लंबे समय तक तेज आवाज में ईयर फोन के इस्तेमाल से आंतरिक कान की हेयर सेल्स क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। एक बार जब यह कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं तो पुनर्जीवित नहीं होती हैं।इस कारण सुनने की क्षमता स्थायी या अस्थायी रूप से खत्म हो सकती है। 85 डेसीबल से अधिक की ध्वनि सीमित समय के लिए ही सुनें। तेज संगीत वाली जगह पर थोड़ी-थोड़ी देर का ब्रेक लें। तेज शोर में रहने के बाद कानों को रिकवर होने के लिए समय देना जरूरी है। 60 डेसीबल के शोर को 60 मिनट से अधिक देर तक ना सुनें।

क्या है उपचार (What is the Treatment) ?

सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस में सुनने की क्षमता को पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से नुकसान पहुंचता है। अगर हम लक्षणों को गंभीरता से लें तो इस समस्या से बच सकते हैं।

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सेंसरी न्यूरल लॉस का जितना जल्दी उपचार शुरू हो जाता है इतना ही उसके ठीक होने की संभावना अधिक होती है। इसके उपचार में सबसे पहले ऑडियोमेट्री टेस्ट होते हैं, जिससे पता चलता है कि कितने डेसीबल का नुकसान हुआ है। उसके बाद मरीज की स्थिति के अनुसार सीटी स्कैन, एमआरआई और दूसरे टेस्ट भी किए जाते हैं।

वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है अगर ऐसा वायरस अटैक के कारण होता है तो 10 से 15 दिन के भीतर संपर्क करने पर 80% मामलों में काफी हद तक रिकवरी हो जाती है, लेकिन ज्यादा देर करने पर स्थायी नुकसान हो सकता है।

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सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस को पूरी तरह ठीक करना संभव नहीं है पर स्थिति गंभीर होने से रोकने में जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए कई विकल्प है, जिनमें दवाएं (ओरल स्टेरॉयड, स्टेरॉयड के इंजेक्शन, हाइपरबारिक ऑक्सीजन) कॉक्लियर इंप्लांट्स हियरिंग एड्स आदि शामिल हैं।

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